सिमडेगा: लोकसभा चुनाव जारी हैं और विभिन्न राजनीतिक दलों का जनता से वादे करने और अपने इरादे बताने का सिलसिला भी लगातार चल रहा है। हालांकि कभी-कभी नेताओं की रैलियों के दौरान कुछ ऐसी चीजें हो जाती हैं, जिससे रैली के आयोजकों की सांस अटक जाती है। ऐसा ही कुछ झारखंड में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की एक रैली में हुआ। राहुल गुरुवार को झारखंड के सिमडेगा में आयोजित रैली में जनसभा को संबोधित करने पहुंचे थे लेकिन वहां पर ‘मोदी जिंदाबाद’ के नारे लगने लगे।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस रैली के आयोजक उस समय सकते में आ गए जब मंच से ‘चौकीदार चोर है’ के नारे लगते समय अग्रिम पंक्ति में बैठी कुछ स्थानीय आदिवासी महिलाएं ‘मोदी जिंदाबाद’ के नारे लगाने लगीं। गांधी ने राज्य की खूंटी लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी कालीचरण मुंडा के पक्ष में आयोजित चुनावी रैली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उनकी सरकार पर तीखे हमले किये। उनका भाषण समाप्त होते ही कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने मंच से ‘चौकीदार चोर है’ के नारे लगवाने प्रारंभ किए तो मंच के सामने पत्रकार दीर्घा के ठीक पीछे बैठी आधा दर्जन आदिवासी महिलाएं ‘मोदी जिन्दाबाद’ के नारे लगाने लगीं।
बताया जा रहा है कि यह दृश्य देखकर आयोजक थोड़ी देर के लिए सन्न रह गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समर्थन में नारे लगा रही महिलाओं से मीडियाकर्मियों ने जब इसकी वजह पूछी तो उन्होंने कहा कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ हैं क्योंकि उन्होंने शौचालय, गैस कनेक्शन, मकान और बिजली दी है। ये आदिवासी महिलाएं यहीं तक नहीं रुकीं बल्कि उन्होंने पत्रकारों से पूछा कि क्या उनकी नारेबाजी के बारे में नोट कर लिया गया है या नहीं। (भाषा)