नई दिल्ली। 2019 के लोकसभा चुनावों से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ विपक्षी दलों को इकट्ठा करने की कोशिशों को एक और झटका लगा है। उड़ीसा के मुख्यमंत्री और बीजू जनता दल के अध्यक्ष नवीन पटनायक ने महागठबंधन में शामिल होने से इनकार किया है। नवीन पटनायक ने कहा कि वह भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस से बराबर दूरी बनाए रखेंगे।
बीजू जनता दल उड़ीसा का सबसे बड़ी राजनीतिक दल है और 2014 के लोकसभा चुनावों के दौरान राज्य की 21 में से 20 सीटें बीजू जनता दल के खाते में गईं थी, भारतीय जनता पार्टी एक सीट जीतने में कामयाब हुई थी जबकि कांग्रेस का पूरी तरह से सफाया हो गया था। ऐसे में बीजू जनता दल अगर महागठबंधन में शामिल नहीं होता है तो मोदी सरकार के खिलाफ पूरे विपक्ष को इकट्ठा करने की विपक्षी दलों की कोशिशों को बड़ा झटका लगेगा।
उड़ीसा में लोकसभा चुनावों के साथ विधानसभा चुनाव भी होते हैं और राज्य में बीजू जनता दल की स्थिति अन्य सभी दलों के मुकाबले काफी मजबूत है, जानकारों के मुताबिक इसी वजह से मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनावों से पहले किसी भी पार्टी के साथ नहीं जाने का फैसला किया है।