सेना मोदी की निजी जागीर नहीं है, NDA सरकार ने रिहा किया अजहर को: राहुल गांधी
लोकसभा चुनाव के दौरान राष्ट्रवाद पर भाजपा के प्रचार पर तीखा हमला करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को कहा कि भारतीय सेना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘निजी जागीर’ नहीं है और इसका राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए।
नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के दौरान राष्ट्रवाद पर भाजपा के प्रचार पर तीखा हमला करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को कहा कि भारतीय सेना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘निजी जागीर’ नहीं है और इसका राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए। आतंकवाद को एक बड़ा मुद्दा बताते हुए गांधी ने भाजपा पर आरोप लगाया कि उसने आतंकवाद के साथ समझौता कर लिया है। उन्होंने कहा कि मोदी की अपेक्षा कांग्रेस आतंकवाद से ज्यादा अच्छे से निपटेगी क्योंकि कांग्रेस रणनीति पर काम करती है न कि एकाध मौके पर कार्रवाई करती है।
कांग्रेस मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उस बयान की निंदा की जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि कांग्रेस ने सर्जिकल स्ट्राइक सिर्फ कागजों पर ही की है और विपक्ष के नेता इसे वीडियो गेम समझते हैं। गांधी ने कहा कि मोदी की यह टिप्पणी कांग्रेस का नहीं बल्कि सेना का अपमान है।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में जैश के सरगना मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित किए जाने के शीघ्र बाद एक चुनावी रैली में इसके बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जिक्र के संबंध में पूछे गए एक सवाल पर गांधी ने कहा कि अजहर एक आतंकवादी है और उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। गांधी ने सवाल किया, ‘‘उसको किसने वहां भेजा था? उसे वैश्विक आतंकवादी घोषित किया जा रहा लेकिन उसको पहले किसने वहां भेजा? वह पाकिस्तान कैसे पहुंचा? किस सरकार ने आतंकवाद के साथ समझौता किया, किसने आतंकवाद के सामने घुटने टेके? किसने अजहर को वापस भेजा?’’
कांग्रेस अध्यक्ष वाजपेयी सरकार के दौरान 1999 के कंधार विमान अपहरण के बाद अजहर की रिहाई का जिक्र कर रहे थे। उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस ने उसे (मसूद अजहर को) वापस नहीं भेजा था। सच्चाई यह है कि आतंकवाद के साथ भाजपा ने समझौता किया है। कांग्रेस ने कभी ऐसा नहीं किया। कांग्रेस ने कभी किसी आतंकवादी को पाकिस्तान नहीं भेजा और न ही आगे कभी वह ऐसा करेगी।’’
इंडियन एयरलाइन आईसी-814 का अपहरण आतंकवादियों ने कर लिया था। अटल बिहारी वाजपेयी नीत राज सरकार ने बंधक बनाए गए विमान के यात्रियों की सुरक्षित मुक्ति के लिए अजहर और दो आतंकवादी मुश्ताक अहमद जरगर और अहमद उमर सईद शेख को छोड़ा था। तत्कालीन विदेश मंत्री जसवंत सिंह और वर्तमान राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल तब विशेष विमान में मसूद अजहर के साथ थे। तब डोभाल शीर्ष आईबी अधिकारी थे।
गांधी ने भाजपा पर सेना की कार्रवाइयों का श्रेय लेने और बेरोजगारी तथा किसानों की समस्या जैसे मुख्य मुद्दों को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ‘‘मोदी सोचते हैं कि थलसेना, नौसेना और वायुसेना उनकी निजी जागीर है।’’ संप्रग सरकार के दौरान कांग्रेस ने जिन छह सर्जिकल स्ट्राइक्स का जिक्र किया उस पर गांधी का कहना है कि ये स्ट्राइक उनकी पार्टी ने नहीं बल्कि सेना ने किए। उन्होंने कहा, ‘‘जब मोदी कहते हैं कि भारतीय सेना का सर्जिकल स्ट्राइक वीडियो गेम था तब वह कांग्रेस का नहीं बल्कि सेना का अपमान करते हैं।’’
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘‘सेना ने ये सर्जिकल स्ट्राइक किए। यह उनका काम है। हम सेना का राजनीतिकरण नहीं करते हैं। यह भारतीय सेना है, किसी व्यक्ति की निजी सेना नहीं है। प्रधानमंत्री के मन में इतना तो आदर होना चाहिए कि वह सेना का अपमान न करें।’’ उन्होंने कहा कि सेना अपना काम 70 साल से कर रही है और उसने हर जंग जीती है।
गांधी ने कहा कि लोकसभा चुनाव के चार चरण के मतदान के बाद अब साफ महसूस किया जा रहा है कि भाजपा यह चुनाव हार रही है। उन्होंने कहा कि इस चुनाव के मुख्य मुद्दे रोजगार, किसानों की समस्या, प्रधानमंत्री का भ्रष्टाचार और संस्थाओं पर हो रहे हमले हैं। गांधी ने कहा, ‘‘ हमारा आंतरिक आकलन यह साफ बता रहा है कि भाजपा चुनाव हार रही है।’’ उन्होंने कहा कि भाजपा के चुनाव अभियान में दहशत के स्पष्ट संकेत हैं।