कर्नाटक चुनाव 2018: BJP अध्यक्ष अमित शाह ने कहा, हिन्दुत्व और विकास के मुद्दे पर लड़ेंगे चुनाव
पिछले कुछ समय बीजेपी की तरफ से खुद अमित शाह चुनाव की कमान संभाले हुए हैं।
मैसूर: कर्नाटक चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है। दोनों प्रमुख पार्टियां राज्य में चुनावी प्रचार में लगी हुई हैं। भाजपा की तरफ से स्वयं अध्यक्ष अमित शाह राज्य में डेरा डाले बैठे हैं। अमित शाह ने मैसूर में प्रेस कॉन्फ्रेंस करके पत्रकारों से बातचीत की। अमित शाह ने इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में साफ कहा कि इस चुनाव में वो विकास और हिन्दूत्व इन्ही दो मुद्दों को लेकर चुनाव में जाएंगे। वहीं चूनाव बाद गठबंधन के सवाल पर उन्होंने कहा कि कर्नाटक में भाजपा मजबूत स्थिति में है और बिना किसी पार्टी के गठबंधन में सरकार बनाएगी। इसके उलट शाह ने कांग्रेस और जेडीएस पर ही पर्दे के पीछ हाथ मिलाने का आरोप लगा दिया।
लिंगायत समुदाय को अलग धर्म का दर्जा देने को अमित शाह ने कांग्रेस का राजनीतिक स्टंट करार दिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नहीं चाहती कि लिंगायत समुदाय से ताल्लुक रखने वाले बीएस येदियुरप्पा कर्नाटक के मुख्यमंत्री बने। कांग्रेस 5 साल सत्ता में रही लेकिन चुनाव से ठीक पहले इसका ऐलान राजनीतिक फायदा उठाने के लिए कर रही है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि पूरे राज्य में कांग्रेस की सिद्धारमैया सरकार के प्रति लोगों में नाराजगी है। विकास के सभी पैमानों पर सिद्धारमैया सरकार फेल है। स्वास्थ सेवाएं बदहाल हैं, बिजली की आपूर्ति नहीं हो पा रही है। 18 अप्रैल को राज्य में चुनाव को लेकर चुनाव आयोग नोटिफिकेशन जारी करने जा रहा है।
इसके देखते हुए दोनों पार्टियों में उम्मीदवार चययन का प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। उम्मीदवारों के चयन पर अमित शाह ने कहा कि टिकट बंटवारे के फैसले पर सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए उम्मीदवारों को चुना जाएगा। प्रदेश कमेटी नामों का चयन करके संसदीय कमेटी को भेजेगी, जांच पड़ताल के बाद उम्मीदवारों का चयन किया जाएगा। साथ ही अमित शाह ने ये भी कहा कि इस चुनाव में हिन्दुत्व और विकास ही बीजेपी का मुख्य एजेंडा रहेगा।