रांची। झारखंड विधानसभा में शुक्रवार को एक बार फिर मुख्य विपक्षी दल ‘झारखंड मुक्ति मोर्चा’ ने झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया। जिस वजह से विधानसभा की कार्यवाही 11 बजे से दिन में 12 बजे तक स्थगित करनी पड़ी।
राज्य विधानसभा की कार्यवाही जैसे ही प्रारंभ हुई मुख्य विपक्षी झामुमो ने विपक्ष के नेता हेमंत सोरेन के नेतृत्व में सदन के बाहर प्रदर्शन किया और राज्य सरकार पर आकंठ भ्रष्टाचार में डूबे होने का आरोप लगाया। उन्होंने अपने सभी विधायकों के साथ सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लिखे जैकेट पहन रखे थे। बाद में विपक्ष के नेता ने झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाये और इन मामलों की जांच सदन की समिति से कराने की मांग की।
इस मुद्दे पर सरकार की ओर से कोई उत्तर न मिलने पर झामुमो सदस्य अध्यक्ष के आसन के समक्ष आ गये और नारेबाजी करने लगे। मामला शांत न होता देखकर विधानसभाध्यक्ष दिनेश उरांव ने विधानसभा की कार्यवाही दिन में बारह बजे तक के लिए स्थगित कर दी। बाद में बारह बजे सदन की कार्यवाही प्रारंभ होने पर विपक्ष ने हंगामा नहीं किया और सदन की कार्यवाही लगभग एक घंटे के लिए सुचारु रूप से चल सकी। इस दौरान पिछले तीन दिनों के शेष ध्यानाकर्षण प्रस्ताव और सूचनाएं सदन में ली गयीं जिनमें से कुछ पर सरकार ने सदस्यों को आश्वासन भी दिये। झामुमो ने जेबीवीएनएल में सैकड़ों करोड़ रुपये के घोटाले और कमीशन खाने के आरोप लगाये हैं और कहा है कि निगम के प्रबंध निदेशक राहुल पुरवार सभी परियोजनाओं में बड़े पैमाने पर कमीशन खाया है।