नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोमवार को झारखंड के सिमडेगा एक चुनावी रैली में कहा कि छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार राज्य के किसानों से 2500 रुपए प्रति क्विंटल पर धान की खरीद कर रही है। लेकिन भारतीय खाद्य निगम के आंकड़ों पर नजर डालें तो छत्तीसगढ़ में 2 दिसंबर तक धान की खरीद शून्य बताई गई है, यानि अभी तक राज्य में चालू खरीफ मार्केटिंग सीजन 2019-20 के लिए धान की खरीद नहीं हुई है। भारतीय खाद्य निगम के आंकड़ों के मुताबिक सरकारी एजेंसियों ने इस साल 2 दिसंबर तक देशभर से कुल 255.98 लाख टन धान की खरीद की गई है।
भारतीय खाद्य निगम के आंकड़ों के मुताबिक 2 दिसंबर तक हुई धान की कुल 255.98 लाख टन खरीद में सबसे अधिक पंजाब से 162.28 लाख टन, फिर हरियाणा से 64.07 लाख टन, उत्तर प्रदेश से 17.48 लाख टन, उत्तराखंड से 9.01 लाख टन, केरल से 1.08 लाख टन आंध्र प्रदेश से 77 हजार टन, महाराष्ट्र से 54 हजार टन, तमिलनाडू से 42 हजार टन, चंडीगढ़ से 22 हजार टन, जम्मू-कश्मीर से 7 हजार टन और गुजरात से 4 हजार टन धान खरीदा गया है। भारतीय खाद्य निगम के आंकड़ों के मुताबिक छत्तीसगढ़ से अभी तक किसी तरह के धान की सरकारी खरीद नहीं हुई है।
हालांकि यह बात सच है कि छत्तीसगढ़ ने इस साल केंद्र द्वारा घोषित धान के समर्थन मूल्य से अधिक समर्थन मूल्य पर धान खरीदने की घोषणा की है। केंद्र ने सामान्य धान के लिए 1815 रुपए प्रति क्विंटल और ए ग्रेड धान के लिए 1835 रुपए प्रति क्विंटल का समर्थन मूल्य घोषित किया हुआ है, जबकि छत्तीसगढ़ ने किसानों से 2500 रुपए प्रति क्विंटल पर धान खरीदने की घोषणा की है। छत्तीसगढ़ के किसानों से पिछले साल 82 लाख टन धान की खरीद की गई थी और इस साल 87 लाख टन खरीद का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, लेकिन अभी तक राज्य के किसानों से धान खरीद शुरू नहीं हो पायी है।