रांची। कांग्रेस सहित विपक्षी पार्टियों पर सरायकेला में कथित तौर पर भीड़ द्वारा एक युवक पर हमले की घटना का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाते हुए भाजपा ने मंगलवार को कहा कि रघुवर दास सरकार में ऐसी घटनाओं के प्रति बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करने की नीति है।
भाजपा प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने यहां कहा कि जैसे ही सरायकेला की घटना सरकार के संज्ञान में आयी तुरंत सरकार के निर्देश पर पुलिस अधीक्षक ने उस क्षेत्र के दो पुलिस अधिकारियों को निलंबित कर दिया और 11 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। एसआईटी पूरे मामले की छानबीन में जुटी है। वीडियो से और लोगों की शिनाख्त करके उन्हें भी गिरफ्तारी किया जाएगा।
शाहदेव ने आरोप लगाया कि अब कांग्रेस इस घटना पर ‘मगरमच्छ के आंसू’ बहा रही है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा, ‘‘1984 के दंगों में सिर्फ दिल्ली में 3000 सिखों को मार डाला गया था। पूरे देश के 40 शहरों में 10000 से भी ज्यादा सिक्खों की हत्या की गई थी। आजाद भारत में ‘मॉब लिंचिंग’ (भीड़ द्वारा हमला करके मार डालने) का इससे बड़ा कोई दूसरा उदाहरण नहीं और उस समय के तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने इस घटना के संबंध में कहा था कि जब कोई बड़ा पेड़ गिरता है तो धरती हिलती है।’’
उन्होंने कहा कि रघुवर दास की सरकार में जाति और धर्म के आधार पर कोई भेदभाव नहीं किया जाता। सभी का विकास किया जाता है और दोषी कोई भी हो उन्हें नहीं छोड़ा जाता। अब यही सीख विपक्षी सरकारों को लेनी चाहिए। खास करके पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी की सरकार को जहां ‘जय श्रीराम’ के नारे लगाने पर लोगों को मारा जाता है, पीटा जाता है और भाजपा के कार्यकर्ताओं की हत्या की जाती है।
उन्होंने ने कहा कि विपक्ष इस पूरे मसले पर राजनीतिक रोटी सेकने की कोशिश ना करे। उन्होंने कहा कि रामगढ़ में हुई ऐसी ही घटना में रघुवर दास सरकार ने तुरंत कार्रवाई करते हुए रिकॉर्ड समय में दोषियों को सजा दिलाई थी। ये राज्य सरकार की ऐसी घटना के प्रति बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करने की नीति साफ दिखाती है।
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