चंडीगढ़: हरियाणा के करनाल विधानसभा क्षेत्र से अपना नामांकन पत्र भरने वाले मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने अपनी 1.27 करोड़ रुपये की संपत्ति घोषित की है। करनाल के निर्वाचन अधिकारी के सामने 65 वर्षीय खट्टर द्वारा नामांकन पत्रों के साथ दाखिल किये गये हलफनामे के अनुसार उन्होंने अपने पास 94 लाख रूपये की चल सपंत्ति और 33 लाख रूपये की अचल संपत्ति होने की घोषणा की है।
हलफनामे के अनुसार उनकी चल संपत्ति 2014 के 8,29,952 रूपये से बढ़कर इस साल 94,00,985 रूपये हो गयी। उसमें उनकी बैंक जमा एवं नकदी शामिल है। अचल संपत्ति में खट्टर के पास रोहतक जिले में अपने पैतृक गांव बिनयानी में पुश्तैनी कृषि जमीन है जिसकी कीमत 30 लाख रूपये है। उनके पास कोई गैर कृषि जमीन या वाणिज्यिक संपत्ति नहीं है, बस उनके पास बिनयानी गांव में 800 वर्ग फुट का घर है। उसका बाजार भाव तीन लाख रूपये हैं। पिछली बार चुनावी हलफनामे में भी यही कीमत बतायी गयी थी।
हलफनामे के मुताबिक खट्टर के खिलाफ कोई आपराधिक मामला दर्ज नहीं है और न ही किसी मामले में वह दोषी ठहराये गये हैं। उनके पास कोई वाहन नहीं है। मुख्यमंत्री ने बताया है कि वह दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक हैं । उनके पास 15,000 रूपये नकद है। उन पर कोई ऋण/बकाया/ देनदारी नहीं है। चंडीगढ़ के सेक्टर तीन में उन्हें प्रदत्त आवास के लिए उन पर किराये, बिजली, पानी एवं टेलीफोन बिल का कोई बकाया नहीं है।
उन्होंने अपने आप को पेशे से विधायक बताया है। 2014 में पिछली बार उन्होंने खुद को कृषक बताया था और कहा था कि वह ट्यूशन पढ़ाते हैं। खट्टर ने अपनी तनख्वाह को अपनी आय का स्रोत बताया है और उन्होंने 2018-19 के लिए 28.95 लाख रूपये, 2017-18 के लिए 31.39 लाख रूपये, 2016-17 के लिए 34.86 लाख रूपये 2015-16 के लिए 6.21 लाख रूपये का आयकर रिटर्न फाइल किया था।