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अध्यक्ष पद छिनने के बाद अशोक तंवर का बयान, कहा- पार्टी को मजबूत करने के लिए संघर्ष करता रहूंगा

हरियाणा विधानसभा चुनाव के मद्देनजर राज्य कांग्रेस के अध्यक्ष डॉ. अशोक तंवर की जगह पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी सैलजा को हरियाणा कांग्रेस की कमान दी जाने के बाद डॉ. अशोक तंवर ने भावुक बयान दिया है।

<p>अध्यक्ष पद छिनने के...- India TV Hindi Image Source : @ASHOKTANWAR_INC अध्यक्ष पद छिनने के बाद अशोक तंवर का बयान, कहा- पार्टी को मजबूत करने के लिए संघर्ष करता रहूंगा

नई दिल्ली: हरियाणा विधानसभा चुनाव के मद्देनजर राज्य कांग्रेस के अध्यक्ष डॉ. अशोक तंवर की जगह पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी सैलजा को हरियाणा कांग्रेस की कमान दी जाने के बाद डॉ. अशोक तंवर ने भावुक बयान दिया है। अशोक तंवर ने ट्वीट कर कहा कि जब तक इस शरीर में जान है, तब तक कांग्रेस पार्टी को मजबूत करने के लिए संघर्ष करता रहूंगा। 

तंवर ने आगे कहा कि अध्यक्ष पद के 5 सालों में सभी साथियों के साथ जन जन की आवाज बन कर प्रदेश की भाजपा सरकार के कुशासन का डंके की चोट पर विरोध किया और आगे भी आप के नेतृत्व में आजीवन संघर्ष करते हुए मातृभूमि व हरियाणा की रक्षा के लिए सदैव आपके साथ खड़ा रहूंगा।

आपको बता दें कि पार्टी आलाकमान पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को हरियाणा विधानसभा चुनाव में चुनाव अभियान कमेटी का चेयरमैन बनाया गया है। हुड्डा किरण चौधरी की जगह कांग्रेस विधायक दल के प्रधान भी होंगे।

अध्यक्ष नियुक्त होने पर कुमारी शैलजा ने कहा था कि पार्टी ने उनके कंधों पर बहुत बड़ी जिम्मेदारी डाली है, उन्होने कहा कि हम सभी को मिलकर काम करना होगा और हम सभी पार्टी की विचारधारा के लिए प्रतिबद्ध हैं।

हरियाणा में कांग्रेस पार्टी गुटबाजी का सामना कर रही है, अशोक तंवर और भूपेंद्र सिंह हुड्डा खुलकर एक दूसरे के खिलाफ बयानबाजी कर चुके हैं, दोनो ही एक दूसरे पर निशाना साध हे थे, ऐसे में पार्टी ने बीच का रास्ता निकालते हुए अध्यक्ष पद की कमान अब कुमारी शैलजा को सौंप दी है जो राज्य में पार्टी का दलित चेहरा भी हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर अंबाला लोकसभा से चुनाव लड़ा था लेकिन भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार रतन लाल कटारिया से उनको हार का सामना करना पड़ा था। 

हरियाणा में इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं। भारतीय जनता पार्टी जहां एक ओर मौजूदा मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को ही अपना नेता मानते हुए दिख रही है वहीं कांग्रेस पार्टी में गुटबाजी साफ नजर आ रही है। इसके अलावा राज्य का क्षेत्रीय दल इंडियन नेशनल लोकदल भी टूट चुका है।