Haryana Vidhan Sabha Chunav 2019 Results: BJP ने लहराया परचम, कांग्रेस ने दिखाया उम्दा प्रदर्शन, JJP पर सबकी नजर
हरियाणा विधानसभा के चुनावी दंगल के परिणाम आ गए हैं। राज्य में एक बार फिर से भाजपा सरकार बनाने जा रही है। यहां भाजपा ने 40, कांग्रेस ने 31, JJP ने 10, INLD ने 01 और HLP ने 01 सीट पर जीत हासिल की है। वहीं, सात सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत हासिल की है।
चंडीगढ़: हरियाणा विधानसभा के चुनावी दंगल के परिणाम आ गए हैं। राज्य में एक बार फिर से भाजपा सरकार बनाने जा रही है। यहां भाजपा ने 40, कांग्रेस ने 31, JJP ने 10, INLD ने 01 और HLP ने 01 सीट पर जीत हासिल की है। वहीं, सात सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत हासिल की है। हालांकि, भाजपा को पूर्ण बहुमत नहीं मिला है। हरियाणा की 90 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा 40 सीट पाकर बहुमत से छह सीट पिछड़ गयी। हालांकि, पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने संकेत दिया कि भाजपा अगली सरकार के लिए दावा पेश करेगी।
विधायकों के जुगाड़ में भाजपा
सूत्रों के मुताबिक भाजपा की कई अन्य नए चुने गए विधायकों से समर्थन के लिए बातचीत चल रही हैं। सूत्रों ने बताया कि निर्दलीय गोपाल कांडा और रणजीत सिंह को सिरसा की सांसद सुनीता दुग्गल एक चार्टर्ड विमान से दिल्ली लेकर गई हैं। कांडा और सिंह ने विमान में सवार होने से पहले मीडिया से कहा कि वह उस पार्टी का समर्थन करेंगे जो सिरसा के विकास के लिए काम करेगी। दुग्गल ने दो निर्दलियों को दिल्ली ले जाने पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया और सिर्फ इतना कहा कि यह भाजपा का आंतरिक मामला है।
JJP पर भी हैं BJP की नजरें
भाजपा के पास निवर्तमान सदन में 47 सीट हैं और उसने लोकसभा चुनाव में राज्य की सभी दस सीटें जीती थीं। पार्टी को सदन में साधारण बहुमत के लिए 46 सदस्यों का समर्थन चाहिए। हरियाणा में अब सभी की आंखें निर्दलीय विधायकों और जननायक जनता पार्टी पर टिकी हुई हैं। JJP की स्थापना पिछले साल हिसार से पूर्व सांसद दुष्यंत चौटाला ने की थी। चौटाला खानदान में आपसी कलह के बाद इनेलो में दो फाड़ होने के चलते दुष्यंत ने JJP का गठन किया था। राज्य विधानसभा चुनाव में जजपा की झोली में 10 सीटें आयी हैं जबकि सात पर निर्दलीयों की किस्मत खुली है।
कांग्रेस ने उम्मीद से बढ़कर प्रदर्शन किया!
हरियाणा में कांग्रेस ने अधिकतर एग्जिट पोल के पूर्वानुमानों को गलत साबित करते हुए 31 सीटें जीतीं जबकि निवर्तमान सदन में उसकी 15 सीटें हैं। पूर्व मुख्यमंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने रोहतक के अपने पारंपरिक क्षेत्र गढ़ी सांपला किलोई से चुनावी जीत दर्ज की। भूपेन्द्र सिंह हु्ड्डा ने विधानसभा चुनाव में सबसे ज्यादा मतों के अंतर से जीत हासिल की है। उन्होंने भाजपा उम्मीदवार सतीश नांदल को 58,213 मतों से हराया है। चुनाव आयोग द्वारा उपलब्ध कराई गई सूचना के अनुसार हुड्डा को 97,330 जबकि नांदल को 39,256 वोट मिले।
‘‘विकास के एजेंडे की जीत’’ या ‘‘नैतिक हार’’?
भाजपा ने महाराष्ट्र एवं हरियाणा के जनादेश को ‘‘विकास के एजेंडे की जीत’’ बताकर इसकी सराहना की जबकि विपक्षी दलों ने इसे भगवा दल की ‘‘नैतिक हार’’ करार दिया है। विपक्षी दलों ने दावा किया कि ‘‘जब लोग भूख से मर रहे हो तो अति राष्ट्रवाद नहीं चल सकता।’’ वहीं, नयी दिल्ली में स्थित भाजपा मुख्यालय में पार्टी कार्यकार्ताओं को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि महाराष्ट्र एवं हरियाणा के लोगों ने दोनों राज्यों के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस और मनोहरलाल खट्टर पर भरोसा जताया है। उन्होंने दावा किया कि दोनों नेता जनता की सेवा करने के लिए और परिश्रम करेंगे।
कौन होगा हरियाणा का मुख्यमंत्री?
भाजपा सूत्रों ने कहा कि पार्टी के संसदीय बोर्ड ने महाराष्ट्र एवं हरियाणा में सरकार गठन के बारे में निर्णय लेने के लिए पार्टी अध्यक्ष शाह को अधिकृत किया है तथा दोनों मुख्यमंत्रियों को नहीं बदला जाएगा। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने अपनी करनाल सीट बरकरार रखते हुए कांग्रेस के अपने निकटतम उम्मीदवार तरलोचन सिंह को शिकस्त दी। निर्वाचन आयोग के अनुसार भाजपा नेता ने कांग्रेस नेता एवं राज्य के अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व प्रमुख तरलोचन को 45,188 मतों से हराया। जीत का यह अंतर पिछली बार के 63,773 मतों के अंतर से कम है जब खट्टर 2014 में पहली बार विधायक बने थे।
मुख्यमंत्री जीते लेकिन आठ मंत्री हारे
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने तो अपनी सीट पर बड़े अंतर से जीत हासिल कर ली लेकिन उनके आठ मंत्री चारों खाने चित्त हो गए। भाजपा ने अपने 10 मंत्रियों को चुनाव मैदान में उतारा था, जिनमें से महज दो ही जीत दर्ज करने में कामयाब रहे है। कैबिनेट मंत्री और पांच बार विधायक रहे अनिल विज अपनी पारंपरिक सीट अंबाला छावनी से जीत गए हैं। वहीं, राज्य मंत्री डॉ बनवारी लाल ने भी बावल सीट से जीत दर्ज की है। बाकि सभी मंत्री रामबिलास शर्मा (महेंद्रगढ़), कैप्टन अभिमन्यु (नारनौंद), ओमप्रकाश धनखड़ (बादली), कविता जैन (सोनीपत), कृष्णलाल पंवार (इसराना), मनीष कुमार ग्रोवर (रोहतक), कृष्ण कुमार बेदी (शाहबाद) और कर्ण देव कांबोज (रादौर) चुनाव हार गए।
आठ महिला उम्मीदवार जीतीं
हरियाणा में पिछले विधानसभा चुनाव में विजयी हुई 13 महिलाओं के मुकाबले इस बार आठ महिला उम्मीदवारों ने जीत हासिल की। बाढ़डा सीट से जननायक जनता पार्टी (जजपा) की उम्मीदवार नैना चौटाला, बड़खल सीट से भाजपा की सीमा त्रिखा, गनौर सीट से बीजेपी की निर्मल रानी, झज्जर (सुरक्षित) सीट से कांग्रेस उम्मीदवार और पूर्व मंत्री गीता भुक्कल, कलानौर (सुरक्षित) सीट से कांग्रेस उम्मीदवार शकुंतला खटक, कलायत सीट से भाजपा की कमलेश ढांडा, नारायणगढ़ सीट से कांग्रेस प्रत्याशी शैली और साढौरा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी रेनू बाला ने जीत हासिल की है।