हरियाणा विधानसभा चुनाव: कांग्रेस को लगा करारा झटका, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर ने पार्टी को कहा अलविदा
हरियाणा विधानसभा चुनावों से ठीक पहले कांग्रेस को झटका लगा है। पूर्व सांसद अशोक तंवर ने पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है।
चंडीगढ़: हरियाणा विधानसभा चुनावों से ठीक पहले कांग्रेस को झटका लगा है। पूर्व सांसद अशोक तंवर ने पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। अशोक तंवर हरियाणा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं। उनको हटाकर ही कुमारी शेलजा को नया प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया था। भूपेंद्र सिंह हुड्डा के चलते उन्हें प्रदेश अध्यक्ष पद छोड़ना पड़ा था। दो दिन पहले तंवर ने आरोप लगाया था कि 5 करोड़ रुपये लेकर हरियाणा कांग्रेस ने चुनाव में उम्मीदवारों को टिकट बांटे गए हैं।
'पार्टी को खत्म करने की साजिश'
तंवर ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भेजे त्यागपत्र में आरोप लगाया कि पार्टी को खत्म करने की साजिश रची जा रही है। कुछ दिनों पहले ही उन्होंने राज्य विधानसभा चुनाव के लिए बनी विभिन्न समितियों से इस्तीफा दे दिया था। तंवर ने कहा कि उनके सामने पार्टी छोड़ने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा था और वह फिलहाल भाजपा या किसी अन्य पार्टी में शामिल होने नहीं जा रहे हैं। उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि राहुल गांधी के करीबियों की 'राजनीतिक हत्या' की जा रही है।
'हुड्डा कांग्रेस बनती जा रही है हरियाणा कांग्रेस'
इससे पहले तंवर ने गुरुवार को हरियाणा में टिकट वितरण में अपने समर्थकों की अनदेखी से नाराज होकर विधानसभा चुनाव के लिए बनी विभिन्न समितियों से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने आरोप लगाया था कि हरियाणा कांग्रेस अब ‘हुड्डा कांग्रेस’ बनती जा रही है। तंवर ने कहा था कि उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर कहा कि उन्हें समितियों से मुक्त किया जाए। हालांकि तब उन्होंने यह भी कह था कि वह सामान्य कार्यकर्ता की तरह पार्टी के लिए काम करते रहेंगे, लेकिन आज उन्होंने पार्टी छोड़ दी। वह चुनाव के लिए बनी प्रदेश चुनाव समिति सहित कई समितियों में शामिल थे।
टिकट बंटवारे में लगाया था गड़बड़ी का आरोप
तंवर ने गुरुवार को कहा था, ‘आप सभी जानते हैं कि हरियाणा में विधानसभा चुनाव है। पिछले पांच साल का घटनाक्रम सबके सामने है। पार्टी के अंदर ऐसी ताकतें हैं जिन्होंने पार्टी को लगातार कमजोर किया। जमीन से जुड़े नेताओं को काम करने से रोका। देश में लोकतंत्र है, लेकिन हरियाणा में बड़े बड़े राजघराने हैं। कुछ हमारी पार्टी में हैं और कुछ लोग दूसरी पार्टी में हैं। मेरे खिलाफ असहयोग आंदोलन चलाया लेकिन लोकसभा चुनाव में 6 फीसदी वोट बढ़ा।’ तंवर ने टिकट वितरण में मेहनती कार्यकर्ताओं की अनदेखी का आरोप लगाते हुए कहा था कि यह बताया जाए कि किन मापदंडों के आधार पर टिकट दिए गए हैं।
हरियाणा में 21 अक्टूबर को डाले जाएंगे वोट
टिकट वितरण में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए तंवर ने यह भी कहा था कि वह जरूरत पड़ने पर इसके सबूत सोनिया गांधी को सौंपेंगे। राज्य की सभी 90 विधानसभा सीटों के लिए 21 अक्टूबर को मतदान और 24 अक्टूबर को मतगणना होगी। (PTI से इनपुट्स के साथ)