विधानसभा चुनाव: 75 हजार जवानों की होगी नजर, धर-पकड़ अभियान हुआ तेज
शनिवार को दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए होने वाले मतदान की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। राज्य चुनाव कार्यालय के सहयोग से दिल्ली पुलिस ने भी अपनी रणनीति को अंतिम रूप दे दिया है।
नई दिल्ली: शनिवार को दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए होने वाले मतदान की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। राज्य चुनाव कार्यालय के सहयोग से दिल्ली पुलिस ने भी अपनी रणनीति को अंतिम रूप दे दिया है। मतदान के दौरान सुरक्षा के साथ-साथ पुलिस अफवाहों को रोकने की जिम्मेदारी भी निभाएगी। सोशल मीडिया पर नजर रखने का जिम्मा भी दिल्ली पुलिस का होगा। सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक कंटेंट प्रसारित/प्रचारित करने वालों के खिलाफ कड़ी और त्वरित कानूनी कदम उठाने के लिए दिल्ली पुलिस साइबर सेल के डीसीपी को नोडल अफसर बनाया गया है।
दिल्ली पुलिस प्रवक्ता के मुताबिक, आपात स्थिति में मदद के लिए पीड़ित, प्रत्यक्षदर्शी या शिकायतकर्ता हेल्पलाइन नंबर 8130099105 पर भी संपर्क साध सकते हैं। शिकायत के लिए पुलिस के नोडल अधिकारी का 011-28031130 (फैक्स) नंबर भी निर्धारित कर दिया गया है। दिल्ली पुलिस मुख्यालय के मुताबिक, "मतदान और मतगणना केंद्र तथा ईवीएम की सुरक्षा का पूरा जिम्मा दिल्ली पुलिस संभालेगी। सुरक्षा इंतजामों के लिए अर्धसैनिक बल की 190 कंपनी तैनात होंगी। जबकि 40 हजार के करीब दिल्ली पुलिसकर्मी सुरक्षा करेंगे। इसी तरह 19 हजार होमगार्डस के जवान भी चुनाव प्रक्रिया में सुरक्षा इंतजामों में मदद करेंगे।"
राज्य चुनाव मुख्यालय ने जिन 2,689 मतदान केंद्रों की स्थापना की है, उनमें से 545 केंद्र संवेदनशील की श्रेणी में हैं। लिहाजा इन संवेदनशील केंद्रों पर पुलिस के खुफिया तंत्र की भी नजरें रहेंगीं। रोहिणी जिले के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त एस.डी. मिश्रा (शंखधर मिश्रा) ने शुक्रवार को आईएएनएस से कहा, "सबसे ज्यादा जिम्मेदारी है कि अवैध हथियार, शराब और असामाजिक तत्व किसी तरह से जिले की सीमा में न घुस पाएं।"
एडिशनल पुलिस कमिश्नर एस.डी. मिश्रा ने आगे कहा, "दिन-रात गश्त बढ़ा दी गई है। विशेष कर बीट-अफसर, जोकि सीधे जनता के बीच मौजूद रहते हैं, उन्हें सजग रहने को कहा है। इलाकाई बाजार एसोसिएशन पदाधिकारियों से भी संदिग्ध लोगों और वस्तुओं के बाबत सीधे और तुरंत पुलिस को सूचना देने का आग्रह किया गया है। पुलिस के निगरानी इंतजामों की बुनियाद पब्लिक ही है। लिहाजा मैंने सभी थाना एसएचओ से हर वक्त इलाके के लोगों के बीच मौजूद रहने का आदेश दिया है।"
रोहिणी जिले के एडिशनल पुलिस कमिश्नर के मुताबिक, "चुनाव को शांतिपूर्ण तरीके से कराने के लिए कई लाख की अवैध शराब पकड़ी गई है। जिले की सीमाओं पर 27 पिकेट लगाई गई हैं। दिन-रात पिकेट का पुलिस को बहुत फायदा मिला है। इसी का नतीजा है कि अभी तक 122 मामले एक्साइज एक्ट में दर्ज किए हैं। इन मामलों में 118 लोग गिरफ्तार हुए। शराब तस्करी में इस्तेमाल होने वाले 15 वाहन जब्त किए जा चुके हैं। 50 हजार से ज्यादा शराब की बोतलें-पव्वे पकड़े गए हैं। यह सब चुनाव में गड़बड़ी की आशंका उत्पन्न कर सकते थे।"
दिल्ली पुलिस मुख्यालय प्रवक्ता के मुताबिक, "मतदान वाले दिन राष्ट्रीय राजधानी के पड़ोसी राज्यों की पुलिस के समन्वयन से सीमांत क्षेत्रों की विशेष निगरानी होगी। शांति पूर्ण चुनाव के लिए दिल्ली में अलग-अलग स्थानों से अब तक करीब एक लाख लीटर अवैध शराब जब्त की जा चुकी है। जबकि करीब आठ कुंतल नशीली और प्रतिबंधित दवायें जब्त की गई हैं। जब्त अवैध हथियारों की संख्या भी काफी बड़ी है।"