नई दिल्ली। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अध्यक्षा शीला दीक्षित ने अपने 3 कार्यकारी अध्यक्षों के बीच पार्टी के काम की जिम्मेदारी बांट दी है। पहले कार्यकारी अध्यक्ष हारुन युसूफ को आगामी दिल्ली विश्वविद्यालय चुनाव में NSUI के कामकाज की देखरेख का जिम्मा सौंपा गया है, हारुन युसूफ के अलावा देवेंद्र यादव को भी यही जिम्मेदारी दी गई है। हालांकि तीसरे कार्यकारी अध्यक्ष राजेश लिलोठिया को उत्तरी और दक्षिणी दिल्ली के नगर निगम तथा यूथ कांग्रेस सेल की जिम्मेदारी दी गई है।
इससे पहले दिल्ली के लिए कांग्रेस के प्रभारी पीसी चाको ने शीला दीक्षित को पत्र लिख कर सूचित किया था कि दिल्ली में तीनों कार्यकारी अध्यक्ष स्वतंत्र रूप से काम करेंगे। इतना ही नहीं पीसी चाको ने शीला दीक्षित को पत्र लिखने के साथ-साथ तीनों कार्यकारी अध्यक्ष हारून यूसुफ, राजेश लिलोठिया और देवेंद्र यादव को भी चिट्ठी लिखी और कहा कि "आप बैठकें ले सकते हैं।" बता दें कि इससे पहले संबंधित तीनों कार्यकारी अध्यक्षों ने शीला दीक्षित को पत्र लिखकर कहा गया था कि 'पार्टी के निर्णयों में उन्हें ही भरोसे में नहीं लिया जा रहा है।'
पीसी चाको के इस पत्र को शीला दीक्षित और उनके बीच खींचतान के तौर पर देखा जा रहा है। लोकसभा चुनाव के दौरान पीसी चाको ने दिल्ली में आम आदमी पार्टी के साथ मिलकर चुनाव लड़ने की वकालत की थी जबकि शीला दीक्षित ने अलग चुनाव लड़ने को कहा था।