नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव में लोगों ने आम आदमी पार्टी (AAP) को एक बार फिर बड़ा जनादेश दिया और इसके साथ ही उन नेताओं तथा उम्मीदवारों को खारिज कर दिया जिन्होंने इस चुनाव के दौरान अथवा इससे पहले विवादित बयान दिए थे। इस कड़ी में सबसे प्रमुख नाम भाजपा नेता कपिल मिश्रा का है जिन्हें मॉडल टाउन से हार का सामना करना पड़ा है। ‘गोली मारो...’ का नारा और ‘हिंदुस्तान बनाम पाकिस्तान’ संबंधी बयान देने वाले मिश्रा को आम आदमी पार्टी के निवर्तमान विधायक अखिलेशपति त्रिपाठी ने पराजित किया।
मिश्रा पहले आम आदमी पार्टी में थे और पिछली बार करावल नगर से विधायक बने थे। संशोधित नागरिकता कानून (CAA) विरोधी प्रदर्शनकारियों के खिलाफ निकाले गए मार्च में मिश्रा ने ‘देश के गद्दारों को, गोली मारो....को’ के नारे लगाए थे। यही नहीं, मतदान से कुछ दिन पहले मिश्रा ने ट्वीट कर इस चुनाव को ‘हिंदुस्तान बनाम पाकिस्तान का मुकाबला’ करार दिया था। उनके इस बयान को लेकर विवाद खड़ा हुआ था और निर्वाचन आयोग ने उन्हें कुछ दिनों के लिए प्रचार से प्रतिबंधित कर दिया था।
मॉडल टाउन में पराजित होने के बाद मिश्रा ने ट्वीट किया, ‘‘मैंने सीएए के विरोधियों के बारे में या शाहीन बाग के बारे में जो कहा, उस पर आज भी कायम हूं। डंके की चोट पर, चुनाव परिणाम आज प्रतिकूल आया है, कल अनुकूल भी आएगा। हम और मेहनत करेंगे। पर इस परिणाम से, सीएए या शाहीन बाग पर सोच बदल लेंगे, यह गलतफहमी मत पालिए।’’
शाहीन बाग में सीएए विरोधी प्रदर्शन को बढ़-चढ़कर चुनावी मुद्दा बनाने वाले और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को ‘आतंकवादी’ बताने वाले भाजपा सांसद प्रवेश वर्मा के चाचा आजाद सिंह को मुंडका की जनता ने खारिज कर दिया। आम आदमी पार्टी के धर्मपाल लाकड़ा ने आजाद सिंह को पराजित किया। मुंडका विधानसभा क्षेत्र प्रवेश वर्मा के संसदीय क्षेत्र पश्चिमी दिल्ली के तहत आता है। सोशल मीडिया पर अक्सर विवादित पोस्ट एवं टिप्पणियां करने वाले तेजिंदर पाल सिंह बग्गा को भी हरिनगर विधानसभा की जनता ने खारिज कर दिया। भाजपा उम्मीदवार बग्गा को राजकुमार ढिल्लों ने पराजित किया।