नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव में लगातार दूसरी बार अपना जादू बरकरार रखने में कामयाब रहे आप संयोजक अरविंद केजरीवाल से छिटके नेता इस चुनाव में पूरी तरह से बेअसर साबित हुये हैं। चुनाव आयोग द्वारा मंगलवार को घोषित चुनाव परिणाम में आप के लगभग सभी बागियों की हार ने केजरीवाल की खिलाफत को जनता द्वारा नकारने पर मुहर लगा दी है। आप के बागी विधायकों को दिल्ली वालों ने नकार दिया, साथ ही 2105 के विधानसभा चुनाव के बाद आप के संस्थापक सदस्यों योगेन्द्र यादव, प्रशांत भूषण, कुमार विश्वास और प्रो आनंद कुमार सहित अन्य नेताओं के केजरीवाल से छिटकने का भी इस चुनाव में कोई असर नहीं दिखा।
उल्लेखनीय है कि आप के सभी बागी विधायकों में सिर्फ अनिल बाजपेयी को छोड़ कर सभी बागी विधायकों को चुनाव में मुंह की खानी पड़ी, जबकि आप में शामिल हुये दूसरे दलों के अधिकांश नेताओं की चुनावी नैया पार हो गयी। चुनाव परिणाम के मुताबिक आप ने पिछले चुनाव के बराबर (54 प्रतिशत) ही मत प्रतिशत बरकरार रखते हुये देर शाम तक 48 सीटों पर जीत दर्ज कर ली थी जबकि 14 सीटों पर निर्णायक बढ़त बनायी हुयी है।
दिल्ली के चुनाव मैदान में दूसरे दलों के टिकट पर उतरे आप के आठ बागी विधायकों में सात विधायक चुनाव हार गये। इनमें सिर्फ गांधी नगर से वाजपेयी ने भाजपा के टिकट पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अरविंदर सिंह लवली को हरा कर जीत दर्ज करायी है। इनके अलावा केजरीवाल सरकार में मंत्री रहे कपिल मिश्रा के अलावा आप विधायक अलका लांबा, आदर्श शास्त्री, एन डी शर्मा और कमांडो सुरेन्द्र सिंह ने चुनाव में किस्मत आजमायी लेकिन सभी नाकाम रहे।
भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़े मिश्रा, मॉडल टाउन से आप विधायक अखिलेशपति त्रिपाठी से, लाबा कांग्रेस के टिकट पर चांदनी चौक से आप के प्रहलाद सिंह साहनी से, शास्त्री, द्वारका में कांग्रेस के उम्मीदवार के रूप में आप के विनय मिश्रा से हार गये। जबकि शर्मा को बसपा के टिकट पर बदरपुर में भाजपा के रामबीर सिंह बिधूड़ी से पराजय झेलनी पड़ी। इस सीट पर कांग्रेस से आप में आये रामसिंह नेता जी को भी हार का सामना करना पड़ा।
इसके उलट आप के बागियों को भले ही जनता ने नकार दिया हो लेकिन आप के टिकट पर चुनाव लड़ने वाले दूसरे दलों के बागियों को जनता ने जीत का सेहरा पहना दिया। इनमें कांग्रेस से आये पूर्व विधायक शोएब इकबाल ने मटिया महल, प्रहलाद सिंह साहनी ने चांदनी चौक, धनवती चंदीला ने राजौरी गार्डन, राजकुमारी ढिल्लन ने हरिनगर और विनय मिश्रा ने द्वारका से आप उम्मीदवार के रूप में विजय हासिल की। चुनाव मैदान में कूदे 16 बागियों में नौ आप, तीन कांग्रेस और चार भाजपा के उम्मीदवार थे।