नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली में 8 फरवरी को हुए विधानसभा चुनावों के शुरुआती रुझानों में आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के बीच कड़ी टक्कर देखी जा रही थी। वहीं, कांग्रेस की बात करें तो वह सिर्फ एक सीट पर आगे चल रही थी और वह है बल्लीमारान विधानसभा सीट। यहां से दिल्ली कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हारून युसुफ अपने प्रतिद्वंदियों से आगे हैं। इस सीट से बीजेपी ने लता सोढ़ी और AAP ने इमरान हुसैन को अपना प्रत्याशी बनाया है। बाद में आप के इमरान हुसैन ने बाजी मार ली।
2019 के लोकसभा चुनावों की बात करें तो बल्लीमारान विधानसभा में कांग्रेस बाकी दोनों प्रमुख पार्टियों के मुकाबले आगे थी। यहां कांग्रेस को 49036 वोट मिले थे, जबकि बीजेपी पर 33723 लोगों ने भरोसा जताया था। वहीं, आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी को सिर्फ 8306 लोगों ने अपने वोट के काबिल समझा था। वैसे बता दें कि दिल्ली की सातों लोकसभा सीटों पर बीजेपी ने कब्जा जमाया था और चांदनी चौक लोकसभा सीट से डॉक्टर हर्षवर्धन सांसद चुने गए थे। बल्लीमारान विधानसभा सीट इसी लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आती है।
2015 के विधानसभा चुनावों की बात करें तो उस समय आम आदमी पार्टी के इमरान हुसैन ने बड़ी जीत दर्ज की थी। उन चुनावों में इमरान हुसैन को 57118 वोट मिले थे, जबकि दूसरे नंबर पर रहे बीजेपी के श्याम लाल मोरवाल ने 23241 वोटों पर कब्जा जमाया था। उन चुनावों में कांग्रेस के हारून युसूफ की हालत काफी पतली थी और उन्हें सिर्फ 13205 वोट ही मिल पाए थे।