A
Hindi News लोकसभा चुनाव 2024 दिल्ली विधान सभा चुनाव 2020 दिल्ली विधानसभा चुनाव: कांग्रेस ने प्रचार का जिम्मा कीर्ति आजाद और मेनिफेस्टो की जिम्मेदारी अजय माकन को सौंपी

दिल्ली विधानसभा चुनाव: कांग्रेस ने प्रचार का जिम्मा कीर्ति आजाद और मेनिफेस्टो की जिम्मेदारी अजय माकन को सौंपी

कांग्रेस पार्टी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए चुनाव प्रचार कमेटी का अध्यक्ष कीर्ति आजाद को बनाया गया है जो लोकसभा चुनाव से ठीक पहले भारतीय जनता पार्टी को छोड़ कांग्रेस में शामिल हुए थे

Congress appoints 5 committees for campaign publicity manifesto media coordination and management- India TV Hindi Congress appoints 5 committees for campaign publicity manifesto media coordination and election management for Delhi Elections

नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनावों के लिए कांग्रेस पार्टी ने तैयारी शुरू कर दी है, गुरुवार को कांग्रेस पार्टी की अंतरिम अध्यक्षा दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी की 5 कमेटियों की घोषणा की। ये 5 कमेटियां हैं चुनाव प्रचार कमेटी, चुनाव मेनिफेस्टो कमेटी, चुनाव प्रबंधन कमेटी, पब्लिशिटी कमेटी और मीडिया को-ऑर्डिनेशन कमेटी। इन कमेटियों में दिल्ली के अधिकतर नेताओं को शामिल किया गया है।

कांग्रेस पार्टी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए चुनाव प्रचार कमेटी का अध्यक्ष कीर्ति आजाद को बनाया गया है जो लोकसभा चुनाव से ठीक पहले भारतीय जनता पार्टी को छोड़ कांग्रेस में शामिल हुए थे। इलेक्शन मैनिफेस्टो कमेटी का अध्यक्ष दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष अजय माकन को बनाया गया है। दिल्ली में पार्टी के वरिष्ठ जेपी अग्रवाल को पब्लिशिटी कमेटी का चेयमैन नियुक्त किया गया है और भाजपा छोड़ कांग्रेस में वापसी करने वाले अरविंदर लवली को इलेक्शन मैनेजमेंट कमेटी का चेयरमैन बनाया गया है। इन सबके अलावा मीडिया को-ऑर्डिनेशन कमेटी का अध्यक्ष मुकेश शर्मा को नियुक्त किया गया है।

चुनाव आयोग कभी भी दिल्ली के विधानसभा चुनावों के कार्यक्रम का ऐलान कर सकता है, ऐसे में सभी पार्टियां चुनावों को लेकर तैयारियां कर रही हैं। दिल्ली में फरवरी के दौरान विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं और इस बार के दिल्ली विधानसभा चुनावों पर पूरे देश की नजर टिकी हुई है। 2015 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने रिकॉर्ड बनाते हुए दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों में से 67 सीटों पर जीत हासिल की थी जबकि भारतीय जनता पार्टी को सिर्फ 3 सीटों से संतोष करना पड़ा था। वहीं कांग्रेस के खाते में एक भी सीट नहीं गई थी।