दिल्ली चुनाव: अब तक 13 करोड़ 29 लाख से ज्यादा की नकदी, संपत्ति, शराब-मादक पदार्थ जब्त
राष्ट्रीय राजधानी में चुनाव की घोषणा होने वाले दिन से यानि 6 जनवरी से अब तक की गई कार्यवाही के दौरान 13 करोड़ 29 लाख 54 हजार 406 रुपये की शराब, संपत्ति, नकदी, मादक पदार्थ और शराब जब्त की जा चुकी है।
नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी में चुनाव की घोषणा होने वाले दिन से यानि 6 जनवरी से अब तक की गई कार्यवाही के दौरान 13 करोड़ 29 लाख 54 हजार 406 रुपये की शराब, संपत्ति, नकदी, मादक पदार्थ और शराब जब्त की जा चुकी है। इस जब्ती में 5 करोड़ 64 लाख 67 हजार 920 सिर्फ नकदी है। जोकि आयकर विभाग और दिल्ली पुलिस की टीमों द्वारा पकड़ी गई।
दिल्ली के मुख्य चुनाव अधिकारी डॉ. रणबीर सिंह ने बताया, "जब्ती में दूसरा नंबर मादक और नशीले पदार्थों का रहा है। पुलिस के व अन्य सबंधित विभाग की टीमों ने 135 किलोग्राम से ज्यादा मादक और नशीले पदार्थ जब्त किए। जिनकी अनुमानित कीमत 4 करोड़ 30 लाख 13 हजार 500 रुपये है। जबकि आबकारी विभाग और बाकी अन्य संबंधित टीमों द्वारा जब्त की गई 44 हजार 120 लीटर अवैध शराब की औसत कीमत 1 करोड़ 14 लाख 82 हजार 986 रुपये आंकी गई है।"
डॉ. सिंह के मुताबिक, "इसी तरह कुल सीजर में से 5 करोड़ 64 लाख 67 हजार 920 रुपये की नकदी भी शामिल है। जोकि एक बड़ी तादाद कही जा सकती है। इसी तरह जब्त सोने-चांदी के आभूषण की कीमत 1 करोड़ 73 लाख 90,000 रुपये आंकी गई है। जबकि 46 लाख कीमत के लैपटॉप, कुकर्स, साड़ी इत्यादि भी चुनाव आयोग द्वारा गठित टीमों द्वारा जब्त किए गए।" संभवत: माना यह जा रहा है कि कुकर और साड़ियां उम्मीदवारों द्वारा मतदाताओं को लुभाने की उम्मीद में इकट्ठी की गई होंगी। ऐसा कुछ हो पाता उससे पहले ही चुनाव आयोग का चाबुक चल गया।
राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी कार्यालय से जारी अधिकृत बयान के मुताबिक, "यह तमाम जब्ती 6 जनवरी 2020 से 23-24 जनवरी 2020 तक की अवधि के बीच की है। 6 जनवरी से ही राज्य में आदर्श आचार संहिता लागू की गई थी।"
मुख्य चुनाव अधिकारी डॉ. रणबीर सिंह के मुताबिक, सन 2015 के दिल्ली विधान सभा चुनाव में 2 करोड़ 42 लाख, 79 हजार, 766 रुपये की शराब-नशीले पदार्थ और कीमती धातु जब्त की जा सकी थी। इस बार की जब्ती उससे कहीं ज्यादा है। यह सब तमाम विभागों के बीच आपसी सामंजस्य से ही संभव हो सका। उस चुनाव में जब्त 2 करोड़ 42 लाख 79 हजार 766 की कुल जब्ती में नकदी सिर्फ 42 लाख, 38 हजार, 500 रुपये ही थी। जबकि इस बार अब तक पिछले चुनाव की तुलना में कई गुना ज्यादा नकदी (5 करोड़ 64 लाख 67 हजार 920 रुपये) जब्त हुई है। इतनी बड़ी तादाद में नकदी जब्ती के पीछे चुनाव टीमों के साथ-साथ आयकर विभाग और पुलिस महकमे की टीमों का सहयोग भी रहा है।
दूसरी ओर दिल्ली के मुख्य चुनाव अधिकारी कार्यालय के मुताबिक, "23 जनवरी को दिल्ली के विभिन्न इलाकों में 292 एफआईआर दर्ज की गईं। इनमें से 12 एफआईआर सत्तासीन आम आदमी पार्टी के ही खिलाफ दर्ज हुई हैं। जबकि कांग्रेस के खिलाफ 6, भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ 3 व गैर राजनीतिक दलों के खिलाफ 278 एफआईआर दर्ज की गईं। जबकि 23-24 जनवरी को शस्त्र अधिनियम के तहत दर्ज 233 एफआईआर में 254 लोगों को गिरफ्तार किया गया। आबकारी अधिनियम के तहत दर्ज 627 एफआईआर में 632 लोगों को आबकारी अधिनियम के तहत गिरफ्तार कर लिया गया।"