नई दिल्ली: दिल्ली की बादली विधानसभा सीट पर 2015 के विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी की आंधी थी। 2015 में इस सीट पर आम आदमी पार्टी के अजेश यादव की जीत हुई थी। उन्हें कुल 72795 वोट मिले थे जबकि कांग्रेस देवेंद्र यादव को महज 37419 और भाजपा के राजेश यादव को कुल 28238 ही वोट मिले थे। इस तरह से कांग्रेस और भाजपा- दूसरे और तीसरे नंबर पर रही थीं। ऐसे में अब एक बार फिर AAP ने अजेश यादव पर ही विश्वास जताया और उन्हें विधानसभा चुनाव 2020 का टिकट दे दिया।
....लेकिन क्या बदल गए समीकरण?
2015 में इस सीट पर आम आदमी पार्टी की आंधी जरूर थी लेकिन पिछले साल हुए लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी की बादली विधानसभा सीट पर हालत बेहद खराब दिखी। बादली विधानसभा सीट दिल्ली की उत्तर पश्चिम लोकसभा सीट के दायरे में आती है। लोकसभा चुनाव में बादली विधानसभा सीट पर कुल 213510 वोट पड़े थे, जिनमें से भाजपा को 72589 वोट मिले थे। वहीं, दूसरे नंबर पर कांग्रेस पार्टी रही थी, जिसे 27459 वोट मिले थे और आम आदमी पार्टी 21187 वोटों के साथ तीसरे नंबर पर खिसक गई थी।
2013 में कैसा था हाल?
2013 में हुए दिल्ली विधानसभा चुनाव के दौरान बादली सीट पर कांग्रेस ने बाजी मारी थी। 2015 में कांग्रेस के जिन देवेंद्र यादव को हार का सामना करना पड़ा था, दरअसल उन्होंने 2013 के विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की थी। उस समय कांग्रेस के देवेंद्र यादव को कुल 54372 वोट मिले थे जबकि भाजपा के विजय कुमार भगत को 31263 वोट और आम आदमी पार्टी के मोहन कृष्ण को 31098 वोट मिले थे। तब यहां कुल 198118 वोट डाले गए थे।
पूरे देश की नजर
इस बार होने वाले दिल्ली विधानसभा चुनाव पर पूरे देश की नजर टिकी हुई है और चुनाव के नतीजे काफी रोचक हो सकते हैं। दिल्ली में आम आदमी पार्टी अपने 5 साल के कार्यकाल में रिकॉर्ड तोड़ विकास का दावा कर रही है तो वहीं भारतीय जनता पार्टी को लोकसभा चुनाव में मिली रिकॉर्ड जीत से उम्मीद बंधी है। कांग्रेस ने भी लोकसभा चुनाव में अपना प्रदर्शन सुधारा है, ऐसे में देखना होगा कि इस बार दिल्ली में कौन बाजी मारता है।