A
Hindi News लोकसभा चुनाव 2024 दिल्ली विधान सभा चुनाव 2020 दिल्ली में हो रहा है बिहार चुनाव का 'पूर्वाभ्यास', सभी पार्टियों ने लगाया जोर

दिल्ली में हो रहा है बिहार चुनाव का 'पूर्वाभ्यास', सभी पार्टियों ने लगाया जोर

वैसे तो बिहार से कोसों दूर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में विधानसभा चुनाव होने जा रहा है, मगर उसकी तपिश बिहार की सियासत में भी देखी जा रही है।

Delhi assembly elections, Delhi assembly elections 2020, Bihar Parties Delhi Election, RJD, JDU- India TV Hindi दिल्ली में हो रहा है बिहार चुनाव का 'पूर्वाभ्यास', सभी पार्टियों ने लगाया जोर | India TV

पटना: वैसे तो बिहार से कोसों दूर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में विधानसभा चुनाव होने जा रहा है, मगर उसकी तपिश बिहार की सियासत में भी देखी जा रही है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी सहित राज्य के सत्तापक्ष से लेकर विपक्ष तक के नेताओं ने दिल्ली चुनाव में मतदाताओं को रिझाने के लिए कोई कोर-कसर नहीं छोड़ रखी हैं। कहा तो यहां तक जा रहा है कि दिल्ली का यह चुनाव बिहार में इस साल होने वाले चुनाव का सेमीफाइनल है। वैसे, दिल्ली में हो रहे चुनाव में देखा जाए तो NDA जहां एकजुट होकर चुनावी मैदान में उतरा है, वहीं बिहार के विपक्षी दलों का महागठबंधन दिल्ली पहुंचते-पहुंचते बिखर गया है।

6 सीटों पर अलग से चुनाव लड़ रही है HAM
राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने अपनी सहयोगी पार्टी कांग्रेस के साथ 4 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे, लेकिन हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (HAM) दिल्ली में महागठबंधन से अलग 'अपनी डफली अपना राग' गा रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी अपनी पार्टी के प्रत्याशियों के लिए चुनाव प्रचार करने भी दिल्ली पहुंचे हैं। HAM के प्रवक्ता दानिश रिजवान कहते हैं कि उनकी पार्टी ने 6 सीटों पर प्रत्याशी उतारे हैं। इनमें से 4 से 5 सीटों पर पार्टी की स्थिति अन्य पार्टी के प्रत्याशियों से अच्छी है। दिल्ली के चुनाव को बिहार की पार्टियां 'युद्धाभ्यास' के तौर पर देख रही हैं। बिहार की करीब सभी प्रमुख पार्टियां एक-दूसरे से बढ़त लेकर बिहार चुनाव में मनोबल ऊंचा रखकर मनोवैज्ञानिक लाभ लेने की कोशिश में हैं।

4 सीटों के लिए RJD ने उतारे 36 स्टार प्रचारक
RJD के लिए दिल्ली चुनाव कितना महत्वपूर्ण है, इसका अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि महज 4 सीटों के लिए पार्टी ने राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव, मीसा भारती और तेज प्रताप यादव जैसे 36 स्टार प्रचारकों को चुनावी मैदान में उतारा है। पार्टी इसे बिहार विधानसभा चुनाव का सेमीफाइनल मानकर प्रचार के लिए उतरी है। तेजस्वी अपनी सीटों के अलावा कांग्रेस प्रत्याशियों के लिए भी प्रचार कर रहे हैं। दिल्ली के चुनाव को बिहार का सेमीफाइनल मानने पर RJD हालांकि खुलकर नहीं बोल रहा है, लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधने से नहीं चूक रहा है। RJD के विधायक भाई वीरेंद्र ने कहा कि 'बिहार की जनता तय कर चुकी है कि नीतीश सरकार को उखाड़ फेंकेगी। बिहार में बस इसकी घोषणा बाकी है।' उन्होंने कहा कि दिल्ली में 'नीतीश का क्या हाल होगा यह तो अभी देखने की बात है। JDU को एक भी सीट नहीं आने वाली है।'

JDU ने कहा, दिल्ली चुनाव बिहार का सेमीफाइनल नहीं
प्रचार-प्रसार से लेकर बिहारी वोटरों को लुभाने की कोशिश हर क्षेत्रीय पार्टियां कर रही हैं। बिहार चुनाव 2020 के पहले दिल्ली चुनाव को सेमीफाइनल बताए जाने पर JDU सही नहीं मान रहा। पार्टी के प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि दिल्ली चुनाव को बिहार के लिए सेमीफाइनल कहे जाने जैसी कोई बात नहीं है। हर राज्य की परिस्थिति अलग होती है, लेकिन दिल्ली के चुनाव से NDA ज्यादा मजबूत और एकजुट हुई है, जबकि महागठबंधन में विखराव फिर से सामने नजर आ गया है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी (AAP) को NDA से ही चुनौती मिल रही है। इधर, राष्ट्रीय लोकसमता पार्टी (RLSP) महासचिव माधव आनंद ने कहा कि 'निश्चित रूप से NDA के लिए यह सेमीफाइनल है। महागठबंधन का सारा कुनबा यहां चुनाव नहीं लड़ रहा है, यहां तो सिर्फ RJD और कांग्रेस ही चुनाव लड़ रही है।'

कई सीटों पर निर्णायक भूमिका निभाएंगे बिहारी वोटर्स
उन्होंने कहा, ‘इस चुनाव में लग रहा है कि पूरा बिहार खाली हो गया है। दिल्ली में महागठबंधन की ओर से सिर्फ कांग्रेस व RJD ही चुनावी मैदान में उतरे हैं। विपक्ष में हमलोगों का समर्थन उनको प्राप्त है। नीतीश कुमार बिहार की जनता का समर्थन खो चुके हैं, वैसे ही दिल्ली में भी 11 को उन्हें अपनी जमीन का पता चलेगा। BJP की वजह से दिल्ली में भी JDU को नुकसान होने जा रहा है।’ बहरहाल, दिल्ली चुनाव से NDA की एकजुटता का एक और संदेश लोगों को मिल रहा है, जबकि महागठबंधन में अभी भी बिखराव दिख रहा है। वैसे, दिल्ली के करीब सभी विधानसभा क्षेत्र में बिहार के मतदाता हैं, मगर संगम विहार, बदरपुर, किरारी, बुराड़ी, उत्तमनगर और विकासपुर ऐसे कई विधानसभा क्षेत्र हैं, जहां बिहार के मतदाता निर्णायक माने जाते हैं।