छत्तीसगढ़ में 15 साल मुख्यमंत्री रहे रमन सिंह को शायद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की चरण वंदना पूरी तरह काम न आई। डॉ.रमन सिंह ने योगी आदित्यनाथ के पैर छूकर ही राजनांदगांव से पर्चा दाखिल किया था। रमन सिंह अपनी सीट बचाने में तो कामयाब रहे लेकिन उन्हें मुख्यमंत्री का ताज खोना पड़ा। कांग्रेस ने प्रचंड बहुमत के साथ एक बार फिर राज्य की सत्ता हासिल की है।
छत्तीसगढ़ में चुनाव प्रचार के दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री स्टार प्रचारकों में से एक थे। 90 विधानसभ सीटों वाले राज्य में योगी ने 23 आम सभाओं को संबोधित किया था। लेकिन इस तूफानी प्रचार का शायद छत्तीसगढ़ की जनता पर कोई असर नहीं पड़ा है। खास बात तो यह रही है कि योगी आदित्यनाथ जिन सीटों पर भाजपा प्रत्याशियों के लिए प्रचार करने गए, उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा है।
योगी ने राज्य के भटगांव, बेमतरा, रायपुर ग्रामीण, बिरगांव, भिलाई, कबीरधाम, दुर्ग और कोरबा में प्रचार किया। इन महत्वपूर्ण सीटों पर भाजपा अपनी हार को नहीं रोक सकी। खास बात यह है कि बेमतरा और रायपुर ग्रामीण जैसी सीटों पर भाजपा के विधायक 2013 में चुनाव जीते थे। लेकिन इस बार उन्हें जिताने में योगी का आशीर्वाद भी काम न आ सका।