पटना. बिहार चुनाव को लेकर सरगर्मियां तेज है। लगातार बढ़ती सरगर्मियों के बीच महागठबंधन के दलों के बीच सीटों का बंटवारा हो गया है। सीटों का बंटवारा महागठबंधन का एक 'विकेट' गिर गया। दरअसल सीट बंटवारे के तहत लालू यादव की राजद के हिस्से में 144 सीटें आई हैं। राजद को इन्ही सीटों में से झारखंड मुक्ति मोर्चा और VIP पार्टी को सीटें देनी है।
हालांकि ये दल कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेंगे ये अभी तय नहीं है। इसी बात से नाराज होकर VIP पार्टी के नेता मुकेश साहनी ने महागठबंधन से अलग जाने का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि वीआईपी के हिस्से की सीटों का ऐलान नहीं किया गया है, ऐसे करके पीठ में खंजर भोंकने का काम किया गया है।
कांग्रेस को मिलीं 70 विधानसबा सीटें
राजद के बाद महागठबंधन की दूसरी बड़ी पार्टी कांग्रेस के हिस्से में इसबार 70 सीटें आई हैं। इसके अलावा कांग्रेस पार्टी को वाल्मीकिनगर की लोकसभा सीट भी दी गई है, जहां पर उपचुनाव होना है। महागठबंधन का हिस्सा सीपीआई को 6, सीपीएम को 4 और भाकपा (माले) के हिस्से में 19 सीटें आई हैं।
कांग्रेस ने कहा- राजद बड़ा भाई
सीट बंटवारे के बाद कांग्रेस नेता अविनाश पांडे ने कहा कि महागठबंधन में राजद बड़ा भाई है और तेजस्वी इस महागठबंधन का नेतृत्व करेंगे। राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि सभी दलों ने मेरे नेतृत्व में जो विश्वास जताया है उस पर मैं खड़ा उतरूंगा। उन्होंने कहा कि हम ठेठ बिहारी हैं, जो वादा करते हैं उसे पूरा करते हैं। हमारा डीएनए भी बहुत शुद्ध है।
तेजस्वी बोले- पहली कैबिनेट मीटिंग में देंगे 10 लाख रोजगार
तेजस्वी ने कहा कि महागठबंधन का नेतृत्व कौन करेगा इसको लेकर सबलोग काफी चर्चा कर रहे थे। मीडिया के लोग भी काफी कयास लगाते रहते थे तो आज आपलोगों को जवाब मिल गया होगा। हमलोग सत्ता में आए तो पहली कैबिनेट की मीटिंग में पहले हस्ताक्षर से 10 लाख रोजगार देंगें। उन्होंने कहा कि जिन लोगों को एडजस्ट नहीं किया जा सका है उनको बिहार को बचाने के लिये छोटी कुर्बानी देनी पड़ेगी।