पटना: बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान के लिए प्रचार खत्म हो गया है। सोमवार को चुनाव प्रचार के अंतिम दिन भी नेताओं और राजनीतिक दलों का प्रचार का दौर जारी रहा। इसी कड़ी में रोहतास में अपनी जनसभा में महागठबंधन के मुख्यमंत्री उम्मीदवार और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने मतदान से महज एक दिन पहले सवर्णों को लेकर बड़ी बात कह दी जिससे विवाद उत्पन्न हो गया है। तेजस्वी यादव ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि जब लालू यादव का राज था, तब गरीब सीना तान के ‘बाबू साहब’ के सामने चला करते थे। सत्तारूढ़ दलों के नेताओं ने इस पर कड़ी आपत्ति जताते हुए इसे जातिवादी राजनीति का प्रयास बताया है।
तेजस्वी ने इसके साथ ही कहा कि राज्य में जब उनकी सरकार आएगी तो वे सब लोगों को साथ लेकर चलेंगे। उन्होंने यह भी दावा किया जो अपराध करेगा उसे सजा दी जायेगी, जो कर्मचारी काम करेंगे उन्हें सम्मान दिया जाएगा। महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव के इस बयान से राज्य में सियासत गरमा गई है। विपक्षी दलों ने उनकी इस टिप्पणी को जातीय और सवर्ण जातियों के खिलाफ बताया है।
भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं बिहार के उपमुख्मंत्री सुशील कुमार मोदी ने इस पर आपत्ति व्यक्त करते हुए अपने ट्वीट में कहा, ‘‘आरजेडी ने आज रोहतास की सभा में सवर्ण जातियों के बारे आपत्तिजनक टिप्पणी की है। आरजेडी ने ऊंची जातियों के 10% आरक्षण का भी विरोध किया था।’’ सुशील मोदी ने कहा कि वह बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के बयान की निंदा करते हैं।
उन्होंने कहा कि आरजेडी ने अगड़े और पिछड़े की राजनीति की है और ऊंची जातियों को गलियां देकर की राजनीति को आगे बढ़ाया है। जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने तेजस्वी पर जात-पात की राजनीति करने का आरोप लगाया। हसनपुर में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा, ‘‘यह समझ लें कि यहां से तेज प्रताप नहीं बल्कि लालू प्रसाद चुनाव लड़ रहे हैं इसलिये एकजुट रहे और एक एक वोट तेज प्रताप और आरजेडी को दें।’’ उन्होंने कहा, ‘‘दातून के चक्कर में पूरा वृक्ष ही नहीं उखड़ दें। एकजुट रहियेगा और बंटियेगा नहीं।’’
बता दें कि लालू प्रसाद के बड़े पुत्र तेज प्रताप यादव ने 2015 का चुनाव वैशाली के महुआ सीट से लड़ा था और इस बार वे अपनी पुरानी महुआ सीट छोड़कर समस्तीपुर की हसनपुर सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। हसनपुर में यादव समुदाय के मतदाताओं की अच्छी खासी संख्या है। उनके खिलाफ इस सीट से जदयू के उम्मीदवार राजकुमार राय हैं और वह भी यादव समुदाय से आते हैं।