पटना: बिहार विधानसभा चुनावों के लिए मतदान की तरीख नजदीक आते ही सभी पार्टियों ने प्रचार में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। गौरतलब है कि इस बार बिहार में 3 चरणों में, 28 अक्टूबर, 3 नवंबर और 7 नवंबर को मतदान होना है, और इनके नतीजे 10 नवंबर को आएंगे। बिहार की फुलवारी विधानसभा सीट पर चुनावों के दूसरे चरण में 3 नवंबर को मतदान होना है। इस बार इस सीट से जनता दल युनाइटेड ने अरुण मांझी को मैदान में उतारा है, जबकि उनके सामने सीपीआई एमएल के उम्मीदवार गोपाल रविदास हैं।
फुलवारी विधानसभा सीट अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित है, और इस बार यहां कांटे की टक्कर देखने को मिल सकती है। पिछले चुनावों में यहां से तब जेडीयू में रहे कद्दावर नेता श्याम रजक ने चुनाव जीता था, लेकिन अब वह आरजेडी का दामन थाम चुके हैं। इस बार चुनाव मैदान में जेडीयू और सीपीआई एमएल, दोनों के उम्मीदवार नए हैं ऐसे में यह कहना मुश्किल है कि फुलवारी की जनता किसके पक्ष में अपना फैसला सुनाएगी। फुलवारी में जीत का सेहरा किसके सिर पर बंधता है यह जानने के लिए 10 नवंबर तक का इंतजार करना होगा।
2015 के विधानसभा चुनावों की बात करें तो जनता दल युनाइटेड से चुनाव लड़ रहे कद्दावर नेता श्याम रजक ने अपने निकतम प्रतिद्वंदी हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के राजेश्वर मांझी को लगभग 46 हजार मतों के बड़े अंतर से हराया था। श्याम रजक को कुल 94094 वोट मिले थे जबकि राजेश्वर मांझी 48381 लोगों का समर्थन ही हासिल कर पाए थे। इस सीट पर सीपीआई एमएल के जय प्रकाश पासवान तीसरे नंबर पर रहे थे और उन्हें कुल 11188 वोट मिले थे। यहां नोटा 10वें नंबर पर था और उसके हिस्से में 2253 वोट आए थे।