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Bihar Vidhan Sabha Chunav 2020: पटना साहिब में किसकी लहर? 2015 में बीजेपी ने मारी थी बाजी

2015 के विधानसभा चुनावों में बीजेपी के नंद किशोर यादव ने एक बेहद ही करीबी मुकाबले में अपने निकटतम प्रतिद्वंदी आरजेडी के संतोष मेहता को 3 हजार से भी कम मतों के अंतर से मात दी थी।

Patna Sahib seat, Nand Kishore Yadav, Pravin Singh, BJP, Congress, Bihar Vidhan Sabha Chunav 2020- India TV Hindi Image Source : FACEBOOK/NAND KISHORE YADAV बीजेपी ने पटना साहिब से अपने सिटिंग विधायक नंद किशोर यादव को मैदान में उतारा है जबकि कांग्रेस की तरफ से प्रवीण सिंह मैदान में हैं।

पटना: बिहार विधानसभा चुनावों के लिए मतदान की तरीख नजदीक आते ही सभी राजनीतिक दलों ने अपने प्रचार अभियान में तेजी ला दी है। गौरतलब है कि इस बार बिहार में 3 चरणों में, 28 अक्टूबर, 3 नवंबर और 7 नवंबर को मतदान होना है, और इनके नतीजे 10 नवंबर को आएंगे। बिहार की पटना साहिब विधानसभा सीट पर दूसरे चरण में 3 नवंबर को वोटिंग होनी है। बीजेपी ने यहां से अपने सिटिंग विधायक नंद किशोर यादव को मैदान में उतारा है जबकि कांग्रेस की तरफ से प्रवीण सिंह मैदान में हैं।

पिछले चुनावों के समीकरणों को देखते हुए माना जा रहा है कि इस बार भी पटना साहिब विधानसभा सीट पर कांटे की टक्कर देखने को मिल सकती है। इस बार बीजेपी और जेडीयू साथ मिलकर चुनाव लड़ रही हैं ऐसे में नंद किशोर यादव को इसका फायदा मिल सकता है। हालांकि महागठबंधन की तरफ से ताल ठोक रहे कांग्रेस उम्मीदवार प्रवीण सिंह को भी कम नहीं आंका जा सकता। पटना साहिब विधानसभा सीट पर ऊंट किस करवट बैठता है यह तो 10 नवंबर को चुनावों के नतीजे आने के बाद ही पता चलेगा।

2015 के विधानसभा चुनावों की बात करें तो बीजेपी के नंद किशोर यादव ने एक बेहद ही करीबी मुकाबले में अपने निकटतम प्रतिद्वंदी आरजेडी के संतोष मेहता को 3 हजार से भी कम मतों के अंतर से मात दी थी। उन चुनावों में नंद किशोर को 88108 वोट मिले थे जबकि संतोष मेहता के नाम का बटन 85316 मतदाताओं ने दबाया था। तीसरे नंबर पर शिवसेना के नंदू कुमार रहे थे जिन्हें कुल 2694 वोट मिले थे, और उनकी जमानत जब्त हो गई थी। इस सीट पर नोटा 7वें नंबर पर था और उसके पाले में 1332 वोट गिरे थे।