पटना। बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले राष्ट्रीय जनता दल और कांग्रेस के महागठबंधन को बड़ा झटका लगा है। महागठबंधन के सहयोगी पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की पार्टी HAM ने महागठबंधन से नाता तोड़ लिया है। HAM की कोर कमेटी की बैठक में यह फैसला हुआ है और ऐसी संभावना है कि जीतन मांझी फिर से अपनी पुरानी पार्टी जनता दल यूनाइटेड (JDU) के साथ हाथ मिला सकते हैं। मांझी अगर JDU में वापसी करते हैं तो विधानसभा चुनाव से ठीक पहले JDU-BJP-LJP के गठबंधन को लाभ हो सकता है।
HAM प्रवक्ता दानिश रिजवान ने बताया कि कोर ग्रुप की बैठक में फैसला हुआ कि किसी भी कीमत पर हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा महागठबंधन का हिस्सा नहीं रहेगी। लगातार महागठबंधन से हमारे नेताओं को तारीख पर तारीख दी जाती रही। ऐसे गठबंधन में जहां पार्टी के नेताओं को तवज्जों नहीं मिलता तो तय किया गया कि पार्टी महागठबंधन का हिस्सा नहीं रहेगी। महगठबंधन में कोऑर्डिनेशन कमिटी बनाने की मांग लंबे समय से किये जाने के बाद भी उस पर अमल नहीं किये जाने के विरोध में मांझी ने आज महागठबंधन छोड़ने के फैसला किया।
सूत्रों के मुताबिक अब जीतन मांझी नीतीश कुमार के साथ हाथ मिला सकते हैं। हालांकि अभी यह साफ नहीं है कि मांझी अपनी पार्टी का विलय JDU में करेंगे या फिर HAM भी NDA का हिस्सा होगी। इस साल बिहार का विधानसभा चुनाव होना है और चुनाव से ठीक पहले मांझी का यह कदम महागठबंधन के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।