पटना: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के अध्यक्ष जीतन राम मांझी कल एनडीए में शामिल हो जाऐंगे। उन्होंने ऐलान किया कि 'हम' बिना शर्त जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के साथ गठबंधन कर रही है। सूत्रों के अनुसार, मांझी को राज्यसभा भेजा जा सकता है। राज्यसभा में बिहार की सीट खाली होते ही मांझी को जदयू कोटे से टिकट मिल सकता है। सीट शेयरिंग के समय 'हम' को 10 सीट देने पर बात बनी है।
बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले यह महागठबंधन को बड़ा झटका माना जा रहा है। पिछले महीने ही 'हम' ने महागठबंधन का साथ छोड़ा था। बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मांझी ने कहा कि बिना शर्त एक पार्टनर के रूप में एनडीए में शामिल होंगे।
उन्होंने कहा, "हमारी पार्टी हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) का जदयू में विलय नहीं होगा। हम एनडीए के सहयोगी दल के रूप में काम करेंगे। हमारी कोई शर्त नहीं है। सीट बंटवारा हो या कोई और बात, सभी पर समझौते के हिसाब से काम होगा।"
हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के महागठबंधन से निकल जाने के बाद अब इस गठबंधन में चार दल आरजेडी, कांग्रेस, पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी रालोसपा और मुकेश सहनी का दल वीआईपी बचे हैं। बिहार विधानसभा में मांझी अपनी पार्टी के एक मात्र विधायक हैं। एनडीए में वर्तमान में जेडीयू, बीजेपी और एलजेपी शामिल हैं।
बिहार में सत्तारूढ़ राजग गठबंधन में पहले से ही एक दलित नेता केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान की पार्टी एलजेपी शामिल है। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री के रूप में पद छोड़ने के लिए मजबूर होने के बाद मांझी ने जेडीयू से नाता तोड़कर अपनी नई पार्टी बना ली थी और एनडीए के घटक के तौर पर 2015 बिहार विधानसभा चुनाव में 21 सीटों पर चुनाव लड़ा था पर जुलाई 2017 में नीतीश की एनडीए में वापसी होने पर वे विपक्षी महागठबंधन में शामिल हो गए थे।