नई दिल्ली। बिहार विधानसभा चुनावों में मतदान से ठीक पहले लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष चिराग पासवान ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर बड़ा आरोप लगाया है। चिराग पासवान ने इंडिया टीवी को दिए इंटरव्यू में बताया कि 2019 के लोकसभा चुनाव में गठबंधन होने के बावजूद नीतीश कुमार जी की तरफ से उन्हें और उनकी पार्टी के अन्य प्रत्याशियों को चुनाव हराने का प्रयास किया था।
चिराग पासवान ने इंडिया टीवी को बताया कि खुद उनके लोकसभा क्षेत्र जमुई में उन्हें हरवाने के लिए प्रयास किया गया। इसके अलावा उनके चारा पारस को हाजीपुर से हराने वैशाली में वीना, नवादा में चंदन तथा संस्तिपुर मे रामचंद्र जी को हराने का प्रयास किया गया। चिराग पासवान ने कहा कि उन्होंने विश्वासघात हमारे साथ किया, खुद उनके पिता ने मुख्यमंत्री को फोन करके बताया कि आपके लोग हमारे साथ गलत कर रहे हैं।
चिराग पासवान ने यहां तक कहा कि जब उनके पिता स्वर्गीय रामविलास पासवान के राज्यसभा में चुनाव की बात आई तो उस समय भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने साथ नहीं दिया। चिराग पासवान ने इंडिया टीवी को बताया कि लोकसभा चुनाव के दौरान जब सीटों का बंटवारा हुआ तो तय हुआ कि भाजपा और जेडीयू 17-17 पर चुनाव लड़ेंगे और 6 सीटों पर लोजपा लड़ेगी, उसी समय अमित शाह जी ने घोषणा की थी कि बिहार से राज्यसभा की पहली सीट होगी वह रामविलास पासवान जी को जाएगी। लेकिन जब राज्यसभा चुनाव में नामांकन का समय आया तो नामांकन से ठीक पहले मुख्यमंत्री जी का संदेश मेरे पिता जी के पास आता है कि वे नाराज हैं और उन्हें जानकारी नहीं दी गई राज्यसभा की इस सीट के बारे में।
2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान बिहार में भारतीय जनता पार्टी, जनता दल यूनाइटेड और लोक जनशक्ति पार्टी ने मिलकर चुनाव लड़ा था और राज्य की 40 सीटों में से भाजपा तथा जेडीयू ने 17-17 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे थे जबकि लोकजनशक्ति पार्टी ने 6 सीटों पर उम्मीदवार दिए थे। चुनाव परिणाम जब आए तो भाजपा और लोजपा के सभी 17 और 6 प्रत्याशी जीते थे जबकि जनता दल यूनाइटेड के 16 प्रत्याशियों की जीत हुई थी और 1 की हार।