बिहार में चुनावी समर शुरू हो चुका है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक बार फिर चुनावी मैदान में हैं। आज सीएम नीतीश कुमार ने 'निश्चय संवाद' रैली में अपनी उपलब्धियां गिनाते हुए अपने एक नए नाम का उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि लोग हमें क्विंटिलिया बाबा बोलते है। उन्होंने पूछा कि कोई बताएगा कि क्यों लोगों ने ऐसा कहा। पहले कोई काम नहीं करता लेकिन हमने करके दिखाया और लोगों को बाढ़ राहत के तौर पर लोगों को 1-1 क्विंटल अनाज पहुंचाया था, इसके बाद जब दौरे पर गए तो लोग हमें क्विंटिलिया बाबा कहने लगे।
रैली को संबोधित करते हुए नीतीश कुमार ने बताया कि बाहर से आए 15 लाख से ज़्यादा लोग जो 14 दिन क्वारंटीन केंद्र में रखे गए, उनमें एक व्यक्ति पर राज्य सरकार की तरफ से 5,300 रुपये खर्च किए गए। लोगों को पता है कि बिहार जैसे राज्य में हमने किस तरह से लोगों की खिदमत की है। मैं किसी बात को प्रचारित नहीं करता रहा हूं, मेरी आदत नहीं है। मेरा काम है, कर्तव्य है लोगों की सेवा करना। बहुत लोग काम कम करते हैं प्रचार ज़्यादा।
लालू परिवार पर हमला
नीतीश ने लालू कुनबे पर हमला बोलते हुए कहा कि क्या स्थिति थी, पती पत्नी राज 15 साल उसके बाद मौका हमें मिला। क्या था पहले और क्या था आज। सामूहिक नरसंहार होते थे, लेकिन अब क्या स्थिति है। अपराध, भ्रष्टाचारा, कम्युनिलिज्म, इसको हम बर्दाश्त नहीं कर सकते। पहले अपराध होता था कोई गवाह देने के लिए नहीं निकल पाता था। लोग पहले भागते थे गवाही देने से बचने के लिए। शाम होने से पहले ही लोग घर के अंदर चले जाते थे कोई घर के बाहर नहीं निकलता था। चंद लोग ऐसे थे जो गाड़ी में चलते थे तो बाहर में राईफल और बंदूक दिखाते हुए चलते थे। सबको कहूंगा कि पुराना फोटो सब जगह उपलब्ध है, बताईए सबको और देखिए पहले क्या होता था और अब क्या है।