बिहार: NDA में जबरदस्त फूट, नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव नहीं लड़ेगी LJP
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले NDA में फूट देखने को मिल रही है। एलजेपी ने नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है। एलजेपी को नीतिश कुमार का बतौर सीएम चेहरा मंजूर नही है।
पटना: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले NDA में फूट देखने को मिल रही है। एलजेपी ने नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है। एलजेपी को नीतिश कुमार का बतौर सीएम चेहरा मंजूर नही है। LJP की संसदीय बोर्ड की बैठक में आज यह फैसला लिया गया है। लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) वैचारिक मतभेदों के कारण जनता दल (यूनाइटेड) के साथ गठबंधन में आगामी बिहार चुनाव नहीं लड़ेगी। एलजेपी के राष्ट्रीय महासचिव अब्दुल खालिक ने इसकी जानकारी दी। अब्दुल खालिक ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर और लोकसभा चुनावों में, लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) के साथ एक मजबूत गठबंधन साझा किया है।
विधानसभा चुनाव में बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट का LJP का नारा होगा। केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने शुक्रवार को कहा था कि भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राजग के संकट को दूर करने के वास्ते ‘तीन-चार’ लोगों को हस्तक्षेप करने के लिये अधिकृत किया है।
बिहार के पटना साहिब लोकसभा सीट का प्रतिनिधित्व करने वाले प्रसाद ने हालांकि उन लोगों के नामों का खुलासा नहीं किया जिन्हें भाजपा अध्यक्ष ने इस कार्य के लिये अधिकृत किया है। उन्होंने हालांकि जोर देकर कहा कि राजग में सभी चीजें सहमति के आधार पर सुलझ जायेंगी और विधानसभा चुनाव में राजग को दो तिहाई बहुमत मिलेगा।
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रविशंकर प्रसाद से संवाददाताओं ने चिराग पासवान के नेतृत्व वाली लोक जनशक्ति पार्टी के रूख के बारे में पूछा था जिसके बारे में कहा जा रहा है कि वह 243 सीटों में से 100 से अधिक सीटों पर चुनाव लड़ने और जदयू तथा पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की हम पार्टी के खिलाफ उम्मीदवार खड़ा करने पर अड़ी है। लोजपा नेताओं के अनुसार, पार्टी ने अपने संसदीय बोर्ड की बैठक बुलाई है जिसमें 143 उम्मीदवारों के बारे में चर्चा की जाएगी जिन्हें वह खड़ा करना चाहती है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जदयू के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए लोजपा प्रवक्ता अशरफ अंसारी ने अपने बयान में कहा, ‘‘अगली सरकार को हमारे बिहार प्रथम, बिहारी प्रथम के दृष्टि पत्र को लागू करना होगा। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘ हमें (नीतीश कुमार के) सात निश्चय स्वीकार नहीं हैं। ’’ गौरतलब है कि बिहार विधानसभा चुनाव के करीब आने के बीच राज्य में सत्तारूढ़ राजग गठबंधन और विपक्षी राजद नीत महागठबंधन की तस्वीर अभी तक स्पष्ट नहीं हुई है। विपक्षी गठबंधन में भी राजद और कांग्रेस के बीच सीटों को लेकर खींचतान जारी है। वहीं, उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी रालोसपा हाल ही में महागठबंधन से अलग हो गई और उसने बहुजन समाज पार्टी के साथ गठबंधन किया है।