Hindi Diwas: हिंदी पर है पकड़ तो इन सेक्टर में आजमाएं किस्मत, भरपूर मौके मिल रहे
10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस है। ऐसे में हिंदी छात्रों को बता दें कि हिंदी पट्टी के छात्र-छात्राओं के लिए कई सेक्टर में मौके हैं।
हिन्दी विश्व की 10 सबसे ताकतवर भाषाओं में से एक बन चुकी है। आज ये देश की यूनिवर्सिटीज में ही नहीं बल्कि दुनिया की कई बड़ी यूनिवर्सिटी में पढ़ाई जाती है। हिन्दी ने अपनी पकड़ देश से बाहर भी मजबूत कर ली है। ऐसे में युवाओं के लिए कई रोजगार उपलब्ध हो रहे हैं। आजकल हिन्दी में करियर के लिए भरपूर क्षेत्र मौजूद है। अगर आपने अपना ग्रेजुएशन हिन्दी में किया है तो आप सरकारी व निजी दोनों सेक्टर में इसका भरपूर लाभ उठा सकते हैं।
कई सारे सेक्टर्स में जॉब
अगर आपने हिंदी विषय से पढ़ाई की है तो आपके लिए ये कई सारे सेक्टर्स में राहें खोल देगा। हिंदी से पढ़ाई करना कोई शर्म की बात नहीं है। देश में आज भी कई सरकारी विभागों में हिंदी का ही बोलबाला है। हिंदी के दम पर कई लोगों ने यूपीएससी जैसी कठिन परीक्षा पार की है, जो अपने आप में बड़े गर्व की बात है। इसके अलावा हिन्दी के साथ युवा सरकारी, गैर-सरकारी सेक्टर्स में अपना नाम रोशन कर रहे हैं। आइए जानते हैं कि किन-किन सेक्टर्स में हिंदी के लिए मौके हैं....
टीचिंग
हिंदी से बीए. एमए. व पीएचडी करने वाले बड़े-बड़े यूनिवर्सिटी और कॉलेज में प्रोफेसर बन सकते हैं। साथ ही जो बीएड करते हैं वे भी सरकारी स्कूल में टीचर बन सकते हैं।
जर्नालिस्ट
हिंदी से ग्रेजुएशन करने वालों के लिए हिंदी मीडिया में अवसरों की भरमार है। हिंदी के छात्र पत्रकारिता को कोर्स कर मीडिया में अपना नाम कमा सकते हैं। साथ ही जनहित से जुड़े मुद्दे उठाकर जनता की सेवा कर सकते हैं।
राजभाषा अधिकारी
कई बैंक अपने यहां राजभाषा अधिकारी के रूप में हिंदी पट्टी के छात्रों को मौका देते हैं। ये भर्तियां समय-समय पर निकलती रहती हैं। छात्र इसकी तैयारी कर इस पद पर अपना चयन करवा नौकरी कर सकते हैं।
फिल्म स्क्रिप्ट राइटर
यदि आप में शब्दों के साथ खेलने की कला है, तो आप स्क्रिप्ट राइटर बन अपना करियर संवार सकते हैं। आजकल मार्केट में अच्छे स्क्रिप्ट राइटर की काफी कमी देखी जा रही है। तो ये सेक्टर भी आपके लिए बेस्ट है।
यूपीएससी
यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन यानी यूपीएससी हर साल सैकड़ों भर्तियां निकालता है, जिनमें से कुछ पद हिंदी भाषा के लिए भी होते हैं। जिन छात्रों की हिंदी पर मजबूत पकड़ है वे हिंदी से यूपीएससी की तैयारी कर IAS बन सकते हैं।
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