आज भारत रत्न डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की जंयती है। देश ही नहीं पूरी दुनिया इनकी जयंती को बड़े धूमधाम से मना रही है। पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम का जन्म 15 अक्टूबर 1931 को तमिलनाडु के रामेश्वरम में एक साधारण परिवार में हुआ था। इनके पिता एक मछुवारे थे। कलाम ने अपनी मेहनत के दम पर अपार सफलताएं हासिल कीं। साथ ही देश को ही पहला मिसाइल दिया। इसी कारण इनका नाम मिसाइल मैन पड़ा।
पायलट बनना चाहते थे कलाम
अब्दुल कलाम का सपना एयरफोर्स में पायलट बनने था, इसके लिए एयरोस्पेस इंजीनियरिंग की, पर सिर्फ एक रैंक कम होने की वजह से इन्हें रिजेक्ट कर दिया गया। कलाम 29 साल की उम्र में DRDO और 38 साल की उम्र में ISRO के साइंटिस्ट बने। इसके बाद ही भारत ने अपनी पहली मिसाइल ‘अग्नि’ बनाई। अब्दुल कलाम ने न्यूक्लियर टेस्ट में भी बड़ी भूमिका निभाई और फिर 71 साल की उम्र में देश के 11वें राष्ट्रपति बने। हैरानी की बात ये रही कि इस सफल जिंदगी में उन्होंने अपनी शादी के बारे कभी नहीं सोचा।
क्यों नहीं की शादी?
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो वे अक्सर शाद की लेकर कहते थे कि अगर उन्होंने शादी कर ली होती तो लाइफ में जो भी हासिल किया है उसका आधा भी हासिल न हो पाता। वो मानते थे कि शादी और बच्चों की वजह से आदमी स्वार्थी बन जाता है। हालांकि बाद में वो फिर शादी के सवाल से बचने लगे। साल 2006 की बात है जब सिंगापुर में एक छोटे बच्चे ने कलाम से उनके शादी न करने का कारण पूछा तो उन्होंने सवाल टाल दिया और कहा, 'मैं कामना करता हूं कि आप सभी को बढ़िया लाइफ पार्टनर मिले।'
क्या थी ऐसी हेयरस्टाइल के पीछे की वजह?
एपीजे अब्दुल कलाम की दिलचस्प पर्सनैलिटी का एक अहम हिस्सा उस समय उनकी अलग दिखने वाले हेयरस्टाइल थे। वह अपने लंबे बालों को बीच से मांग निकालकर रखते थे। एक वेबसाइट ‘स्पीकिंग ट्री’ के मुताबिक, जन्म से ही कलाम का एक कान आधा था, इसीलिए वह अपने कान को अपने बड़े बालों से ढक कर रखते थे।
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