सर्दी में बच्चों की मौज, लखनऊ सहित यूपी के इन जिलों में बंद हुए सभी स्कूल
उत्तर प्रदेश में ठंड के चलते कई जिलों में पहली से आठवीं तक के स्कूल बंद कर दिए गए हैं। हालांकि, ऑनलाइन कक्षाएं संचालित की जा सकती हैं। अब बच्चों को सीधे 20 जनवरी को ही स्कूल जाना होगा।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ सहित कई जिलों में ठंड के चलते स्कूल बंद कर दिए गए हैं। इन जिलों में पहली से आठवीं तक के बच्चों की छुट्टी कर दी गई है। हालांकि, स्कूल चाहें तो ऑनलाइन क्लास का संचालन कर सकते हैं। नौवीं और उससे ऊपर की कक्षाओं पहले की तरह संचालित की जा सकती हैं, लेकिन स्कूल प्रशासन को बच्चों को ठंड से बचाने के लिए पूरे इंतजाम करने होंगे। ऐसा न होने पर नौवीं या उससे ऊपर की कक्षाएं भी ऑनलाइन मोड में होंगी। यह आदेश हर बोर्ड के स्कूलों के लिए है।
लखनऊ जिला प्रशासन ने ठंड को देखते हुए पहली से आठवीं तक के स्कूल 17 जनवरी तक बंद करने का आदेश दिया है। इसके साथ ही नौवीं से 12वीं तक की कक्षाएं सुबह दस बजे से दोपहर तीन बजे के बीच संचालित करने के निर्देश दिए गए हैं। इससे पहले नोएडा समेत पूरे गौतमबुध नगर जिले के सभी स्कूलों में 8वीं तक की कक्षाएं दो दिन बंद रहने की जानकारी सामने आई थी। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी की तरफ से जारी आदेश में कहा गया था कि खराब मौसम और ग्रैप-4 लागू होने के कारण कक्षा एक से लेकर आठवीं तक सभी स्कूल 16 जनवरी और 17 जनवरी बंद रहेंगे।
जिला प्रशासन का आदेश
जिला प्रशासन के आदेश में कहा गया है कि शीत लहर से संबंधित मौसम विभाग के पूर्वानुमान को देखते हुए जनपद लखनऊ के सभी विद्यालयों में 17 जनवरी तक पहली से आठवीं तक के विद्यार्थियों का अवकाश रहेगा। विद्यालय आवश्यकतानुसार ऑनलाइन कक्षाएं संचालित कर र सकते हैं। कक्षा-9 से कक्षा-12 के विद्यार्थियों के लिए जिन विद्यालयों में अवकाश घोषित नहीं है, उनमें 17 जनवरी को विद्यार्थियों की कक्षाएं यथासम्भव ऑनलाइन कराई जाएं। ऑनलाइन व्यवस्था न होने पर सभी विद्यार्थियों के लिए विद्यालय का संचालन सुबह 10:00 बजे से दोपहर 03:00 बजे के मध्य किया जाए।
स्कूलों को सख्त निर्देश
आदेश में कहा गया है कि कक्षाओं का संचालन करने के लिए स्कूलों को ठंड से बचाने के इंतजाम करने होंगे। विद्यार्थियों की कक्षाओं में ठंड से बचाव के लिए पर्याप्त प्रबन्ध करने की जिम्मेदारी विद्यालय प्रबंधन की होगी। यह सुनिश्क्षित किया जाएगा कि प्रत्येक कक्ष में तापमान सामान्य बनाए रखने हेतु हीटर आदि का प्रयोग किया जाएगा। परीक्षा, प्रैक्टिकल या किसी अन्य काम के लिए विद्यार्थियों को बाहर खुले में नहीं बैठाया जाएगा। विद्यार्थियों के यूनिफॉर्म पहनने की बाध्यता को समाप्त किया जाता है और सलाह दी जाती है कि ऐसे गर्म कपड़े जो ठंड से बचाव करने में सक्षम हों, उन्हें पहनकर ही विद्यार्थी विद्यालय जाएं।