उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के गेट पर धरना देने जा रहे अभ्यर्थियों को पुलिस ने रोक दिया। अभ्यर्थी आयोग के पास चौराहे पर धरने पर बैठे। इसको लेकर मौके पर भारी पुलिस बल तैनात है। दरअसल, अभ्यर्थी उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग से आरओ-एआरओ (समीक्षा अधिकारी एवं सहायक समीक्षा अधिकारी) और पीसीएस की प्रारंभिक परीक्षाएं एक ही तारीख पर कराने की मांग कर रहे हैं। अभ्यर्थियों का समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी समर्थन किया है। उन्होंने रविवार को अभ्यर्थियों का समर्थन करते हुए कहा था कि समाजवादी उनकी (अभ्यर्थियों की) ‘‘जायज मांग’’ के लिए उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं।
बता दें कि उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएसपी) द्वारा पीसीएस प्री और आरओ-एआरओ की परीक्षा अलग-अलग तिथियों पर कराने के निर्णय के विरोध में अभ्यर्थियों ने 11 नवंबर से उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग, प्रयागराज के सामने आंदोलन शुरू करने की चेतावनी दी थी।
यूपीपीएससी ने की थी घोषणा
जानकारी के लिए आपको बता दें कि यूपीपीएससी ने पांच नवंबर को घोषणा की थी कि RO और ARO प्रारंभिक परीक्षा 22 और 23 दिसंबर को तीन पालियों में आयोजित की जाएगी। पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा सात और आठ दिसंबर को दो पालियों में आयोजित की जाएगी।
'दो दिन में परीक्षा कराना नियम के विरुद्ध'
विरोध के आह्वान के पीछे तर्क देते हुए यूपीपीएसपी कैंडिडेट रमाकांत यादव ने कहा कि कमीशन द्वारा दो दिन में परीक्षा कराना नियम के विरुद्ध है और अधिसूचना में आयोग ने इस बात का जिक्र नहीं किया था कि एग्जाम को दो दिनों में कराया जाएगा। कैंडिडेट्स की मांग है कि पहले की तरह एक ही दिन में परीक्षा आयोजित कराई जाए। एक दूसरे कैंडिडेट ने कहा था कि अगर आयोग दो दिन परीक्षा कराने का अपना फैसला नहीं बदलता है तो कैंडिडेट्स 11 नवंबर यानी सोमवार से आंदोलन करने को बाध्य होंगे। (Input With PTI)
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