जामिया और एएमयू यूनिवर्सिटी को यूजीसी ने भेजा रिमाइंडर, कहा सीयूईटी से ही करें एडमिशन
यूजीसी ने जामिया और एएमयू यूनिवर्सिटी को सीयूईटी से ही एडमिशन करने को कहा है। पहले जामिया और एएमयू ने कुछ ही कोर्सों के लिए यह प्रक्रिया अपनाने की बात कही थी।
यूजीसी ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) और जामिया मिल्लिया इस्लामिया को एक रिमांइडर भेजा है। ये रिमाइंडर कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (सीयूईटी यूजी 2023) अपनाने को लेकर भेजी गई है। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग यानी यूजीसी ने एएमयू और जामिया मिलिया इस्लामिया को एक रिमाइंडर मेल भेजा है। यूजीसी ने मेल में स्पष्ट किया है कि सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों में एडमिशन के लिए कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (सीयूईटी) की प्रक्रिया को अनिवार्य तौर पर अपनाना होगा। बता दें कि इससे पहले एएमयू और जामिया ने सीयूईटी के बजाय खुद एंट्रेंस टेस्ट के जरिए एडमिशन लेने की बात कही थी। यूजीसी ने इससे पहले भी सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों को सभी कोर्सों में दाखिले के लिए सीयूईटी स्कोर का उपयोग करने के लिए कहा है।
कुछ कोर्सों के लिए अपनाने का प्लान
हालांकि यूजीसी के दिशा निर्देश के बावजूद यह पाया गया कि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी ने केवल कुछ ही कोर्सों के लिए सीयूईटी का विकल्प चुना है। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी और जामिया में बीते साल भी यही प्रक्रिया अपनाई गई थी। यूजीसी ने कहा है कि इन विश्वविद्यालयों समेत सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों में छात्रों को समान अवसर प्रदान करने के लिए पूरी तरह से सीयूईटी 2023 सीयूईटी अपनाने की आवश्यकता है। गौरतलब है कि एएमयू के अधिकारियों ने इससे पहले दावा किया था कि उन्हें आयोग से सीयूईटी पर कोई विशेष निर्देश नहीं मिला है और इसलिए पिछले साल विश्वविद्यालय द्वारा अपनाए गए पैटर्न को जारी रखेंगे। वहीं जामिया भी पिछले साल की तरह सीयूईटी यूजी को अपनाने से हिचक रहा है। अधिकारियों का मानना है कि सीयूईटी प्रवेश परीक्षा से दाखिला प्रक्रिया में देरी होती है।
सीयूईटी के जरिए ही अपनाना होगा एडमिशन
जामिया के अधिकारियों की एक आंतरिक बैठक में फैसला लिया गया था कि संस्थान को पिछले साल के अनुसार यूजी और पीजी के कुछ पाठ्यक्रमों को सीयूईटी को आवंटित करना चाहिए और समय पर प्रवेश आदि सुनिश्चित करने के लिए शेष सभी कोर्सों के लिए अपनी खुद की प्रवेश परीक्षा आयोजित करनी चाहिए। हालांकि अब यूजीसी ने स्पष्ट कर दिया है कि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी और जामिया मिलिया इस्लामिया समेत देशभर के सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों को दाखिला प्रक्रिया में सीयूईटी को ही अपनाना होगा।
गौरतलब है कि बीते वर्ष 45 केंद्रीय विश्वविद्यालयों के अलावा कई प्राइवेट, राज्यस्तरीय एवं अन्य विश्वविद्यालयों ने भी यूजी दाखिले के लिए सीयूईटी की प्रक्रिया को मान्यता दी थी। इस वर्ष भी यूजीसी ने देश भर के सभी विश्वविद्यालयों से दाखिला प्रक्रिया में सीयूईटी को अपनाने का अनुरोध किया है।
इसे भी पढ़ें-
रेवेन्यू इंटेलिजेंस ने 3 तस्करों से बरामद किया 100 किलो से ज्यादा सोना, 50 करोड़ से अधिक है कीमत
IIT कानपुर ने GATE के Answer Key किए जारी, यहां डायरेक्ट लिंक से देखें अपना स्कोर