भारत में बोली जाने वाली भाषाओं में से 12 भाषाओं में ग्रेजुशन कोर्स की किताबों को लिखा जाएगा। इस संबध में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने एक नोटिफिकेशन भी जारी किया है। इसके लिए UGC ने उच्च शिक्षण संसंथानों के योग्य लेखकों से रुचि की अभिव्यक्ति आमंत्रित की है। आवेदन करने के इच्छुक लेखकों के पास अपनी स्वीकृति भेजने और अपनी रुचि की अभिव्यक्ति प्रस्तुत करने के लिए 30 जनवरी तक का समय है।
यूजीसी ने इन भाषाओं में लिखने के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं
आयोग ने असमिया, बांग्ला, गुजराती, हिंदी, कन्नड़, मलयालम, मराठी, उड़िया, पंजाबी, तमिल, तेलुगु और उर्दू में किताबें लिखने के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं। यूजीसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘यूजीसी 12 भारतीय भाषाओं में कला, विज्ञान, वाणिज्य और सामाजिक विज्ञान में स्नातक स्तर पर पाठ्यपुस्तकें उपलब्ध कराने पर काम कर रहा है। हम विभिन्न राज्यों में नोडल विश्वविद्यालयों को चिह्नित कर रहे हैं जो भारतीय भाषाओं में उच्च गुणवत्ता वाली पाठ्यपुस्तकें लिखने वाले लेखकों की टीम बनाने की कवायद का समन्वय करेंगे।’’
'पुस्तक का अस्थायी शीर्षक भी प्रदान कर सकते हैं'
अधिकारी ने कहा, "यह प्रयास विश्वविद्यालयों में छात्रों को भारतीय भाषाओं में सीखने के अवसर प्रदान करने के राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के लक्ष्य के अनुरूप है।" इच्छुक लेखकों के पास आयोग को अपनी स्वीकृति भेजने और अपनी रुचि की अभिव्यक्ति प्रस्तुत करने के लिए 30 जनवरी तक का समय है। अधिकारी ने कहा, "विवरण के साथ-साथ, आवेदकों को यह भी तय करना होगा कि वे किस पाठ्यक्रम में और किस भाषा में किताब लिखेंगे। व्यक्ति प्रस्तावित पुस्तक का अस्थायी शीर्षक भी प्रदान कर सकते हैं जो अनिवार्य नहीं है।"
ये भी पढ़ें-
इस डिग्री को पूरा करके जल्दी बन सकते हैं डॉक्टर, MBBS से भी कम लगेगा समय
School Reopen: दिल्ली में स्कूल खुलने का जारी हुआ आदेश, जानें कब से खुलेंगे विद्यालय और क्या रहेगी टाइमिंग
Latest Education News