Tips For UPSC Preparation: इन टिप्स से करें UPSC की तैयारी, सफलता के बढ़ जाएंगे चांसेस
देश की कठिन परीक्षा के नाम से शुमार है UPSC। UPSC हर साल एग्जाम कराती है। हर साल लाखों युवा इस परीक्षा में बैठते है, जिनमें से कुछ ही लोग सफल हो पाते है। युवाओं को बता दें कि तैयारी में बैठने से पहले हर पेपर के लिए एक समय निर्धारित कर लें और उसी के अनुसार तैयारी करें।
देश में IAS बनने का सपना काफी लोगों का होता है। IAS बनने के लिए कड़ी मेहनत से पढ़ाई करनी पड़ती है। जीत हासिल करने के लिए हमारे पास कोई ना कोई मार्ग दिखाने होने वाला जरूरी है। इसलिए आप भी अगर आप सिविल सर्विस की तैयारी करने की सोच रहे हैं और आपको कोई आइडिया नहीं है कि तैयारी कैसे करनी है? कैसे पढ़ना है? घबराएं मत! इस खबर में हम आपको यही बताने वाले है। सिविल सर्विस की तैयारी कैसे करें कि सफलता आपके कदम चूमे। देश में सिविल सर्विस के एग्जाम सबसे कठिन एग्जाम में से एक माने जाते हैं।
बता दूं कि सिविल सर्विस के एग्जाम तीन चरणें में होती है।
- प्रीलिम्स
- मेन परीक्षा
- इंटरव्यू (साक्षात्कार)
बता दें कि हर चरण के एग्जाम के लिए अलग लेवल की तैयारी करनी होती है।
1- प्रीलिम्स
यह परीक्षा प्रारंभिक परीक्षा है। इसमें 2 पेपर होते हैं। पेपर-1 और पेपर-2, सभी सवाल मल्टीपल चॉइस टाइप के होते हैं।
पहले पेपर में राजनीति शास्त्र , जनरल साइंस, अर्थ शास्त्र और जनरल स्टडीज (ऐतिहासिक, भूगोल ) साथ में करंट अफेयर्स जैसे सवाल पूछे जाते हैं।
दूसरे पेपर में क्वांटिटेटिव एप्टिट्यूड के आधार पर सवाल पूछे जाते हैं। पेपर में पास होने के लिए कम से कम 33% अंक होने जरूरी है। इसका क्वालीफाई टाइप का नेचर होता है। यह परीक्षा पास करने के उपरांत ही हम मेन्स परीक्षा में भाग ले सकते हैं ।
UPSC के एग्जाम के लिए करेंट अफेयर्स और जनरल अवेयरनेस का ज्ञान होना बेहद जरूरी है। 30 से 40 सवाल कम से कम करेंट अफेयर्स और जनरल नॉलेज के एक पेपर में आते हैं। इसके लिए क्लास 6 से लेकर 12वीं तक की सारी विषयों के एनसीईआरटी किताब को जरूर पढ़ें। साथ ही करंट अफेयर के लिए आप रोजाना एक अंग्रेजी और हिंदी अखबार पढ़ते रहें।
2-मेन्स एग्जाम
यह परीक्षा मुख्य परीक्षा है। प्रीलिम्स में पास होने के बाद आप मेन परीक्षा में भाग ले सकते हैं। इसके अंदर 4 जीएस पेपर होते हैं – इसमें 1 पेपर ऑप्शनल का होता है, इसके अंदर 2 पेपर होता है और दूसरा पेपर निबंध (Essay) का होता है। तीसरा पेपर अंग्रेजी (English) और क्षेत्रीय भाषा के होते हैं। प्रीलिम्स परीक्षा की तरह मेन पेपर भी क्वालीफाइंग पेपर होता है। यह परीक्षा पास करने के बाद ही उम्मीदवार को इंटरव्यू में जाने का मौका मिलता है। हर एक पेपर डिस्क्रिपशन टाइप का होता है, जिसके 250 अंक होते हैं। मेन्स एग्जाम 1,750 अंको के होते हैं।
आइए जानते हैं कि मेंस की बेहतर तैयारी के लिए कौन-से टिप्स अपनाएं जा सकते हैं-
सभी विषयों के लिए समय तय करें
जानकारों के मुताबिक, मेंस परीक्षा में जीएस समेत लैंग्वेज और ऑप्शनल पेपर भी होता है। ऐसे में एक साथ सभी को समय देना संभव नहीं है। इस लिए अभ्यर्थी को यह ध्यान रखना चाहिए कि तैयारी में बैठने से पहले हर पेपर के लिए एक समय निर्धारित कर लें और उसी के मुताबिक तैयारी करें।
आंसर राइटिंग की प्रैक्टिस
सभी विषयों को दिए गए समयनुसार पढ़ाई करें और आंसर राइटिंग के लिए ज्यादा से ज्यादा प्रैक्टिस करें। साथ ही कोशिश करें कि लिखने के बाद अपनी कॉपी किसी मेंटर या साथी से चेक जरूर करा लें। ऐसा करने से आपकी गलतियों के बारे में आपको पता चलेगा और आप उसमें सुधार कर सकेंगे।
रेगुलर दें मॉक टेस्ट
अगर बढिया तैयारी हो गई है तो अगला स्टेप खुद की जांच करें। अगर आप खुद की जांच करते रहेंगे तो आप जान पाएंगे कि आपकी तैयारी का किस लेवल की है और आप कहां पर गलती कर रहे हैं। इसके लिए जरूरी है कि आप रेगुलर मॉक टेस्ट देते रहें। इसके लिए कई कोचिंग संस्थान मॉक टेस्ट कराते रहते हैं।
खुद की नोट्स बनाएं
सिविल सर्विस की तैयारी केवल किताबों या मैगजीन की मदद से मुमकिन नहीं होती। इसके लिए अलग-अलग सोर्सों की मदद लेनी पड़ती है। लेकिन अक्सर ये रिसोर्स हमारे पास हार्ड कॉपी के रूप में नहीं रह पाते, ऐसे में काम आता है खुद की बनाए गए नोट्स। नोट्स की मदद से आप किसी भी समय कहीं भी कभी भी अपना रिवीजन कर सकते हैं। जिससे दिन-पर-दिन आपकी तैयारी बेहतर होती रहेगी।
3- साक्षात्कार (इंटरव्यू)
मेरिट लिस्ट मुख्य परीक्षा के 7 पेपर और इंटरव्यू के दोनों अंकों को मिलाकर तैयार की जाती है। इंटरव्यू का 275 अंक होता है।
बता दें कि कुल मिलाकर 2025 अंकों का पेपर होता है।