बोकारो/रांची। झारखंड के बोकारो स्थित दिल्ली पब्लिक स्कूल ने समय पर फीस न भरने पर राज्य के शिक्षा मंत्री जगन्नाथ महतो की नातिन का नाम काट दिया। मंत्री स्वयं फीस जमा करने स्कूल पहुंचे तब कहीं जाकर उनकी नातिन का नाम स्कूल की ऑनलाइन कक्षा में वापस लिखा गया। शिक्षा मंत्री ने कहा कि नाम कटने की जानकारी मिलने पर वह शनिवार को बोकारो के चास स्थित डीपीएस स्कूल पहुँचे और नियमों के अनुसार अपनी नातिन की फीस जमा की। उन्होंने स्कूल के काउंटर पर खड़े होकर नतिनी का अप्रैल से सितंबर 2020 तक प्रत्येक महीने के 3,800 रुपए के हिसाब से 22,800 रुपए शिक्षण शुल्क जमा किया।
महतो ने कहा कि उन्होंने फीस जमा की और निजी विद्यालयों की स्थिति का जायजा लिया। वहीं, इस घटना पर मुख्य विपक्षी दल भाजपा ने तंज करते हुए कहा कि निजी स्कूलों की मनमानी का आलम सरकार को आईना दिखाने के लिए पर्याप्त है। प्रदेश भाजपा प्रवक्ता कुणाल षाड़ंगी ने कहा कि चास के दिल्ली पब्लिक स्कूल की घटना तो बस एक उदाहरण मात्र है।
चूंकि यह मामला सूबे के शिक्षा मंत्री के घर से संबंधित था, इसलिए मंत्री आनन -फानन में स्कूल पहुंच गए। उन्होंने कहा कि हर दिन राज्य के सैकड़ों-हजारों अभिभावक निजी स्कूलों की मनमानी से परेशान हैं, लेकिन प्रदेश का शिक्षा मंत्रालय और राज्य सरकार इन स्कूलों के सामने असहाय हैं।
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