अमेरिका और कनाडा में अंडरग्रैजुएट स्कूलों में एडमिशन के लिए एक टेस्ट देना होता है। इसका नाम स्कॉलैस्टिक असेसमेंट टेस्ट (Scholastic Assessment Test-SAT) है। इस टेस्ट का आयोजन कॉलेज बोर्ड नाम की संस्था द्वारा इंटरनेशनल लेवल पर किया जाता है। अगर कोई स्टूडेंट किसी खास विषय में एडमिशन लेना चाहता है तो उसे SAT सब्जेक्ट टेस्ट पड़ता है। आमतौर पर साहित्य (Literature), इतिहास (History), गणित (Math), विज्ञान (Science) और विदेशी भाषाओं (Foreign Language) के लिए SAT Subject Tests होता है। इसमें स्टूडेंट्स के लेखन (Written), मौखिक (Verbal) और गणित (Math) का स्किल टेस्ट लिया जाता है।
सैट पैटर्न
सैट में मैथ, रीडिंग और राइटिंग से सवाल आते हैं। साथ ही एक अलग सेक्शन होता है जिसे निबंध (Essay) कहा जाता है। इसमें 50 मिनट का एक लंबा पैसेज दिया जाता है। ध्यान दें कि इस सेक्शन के मार्क्स को स्कोर में शामिल नहीं किया जाता है।
रजिस्ट्रेशन
सैट एग्जाम के लिए ऑनलाइन और पोस्टल दोनों माध्यम से आवेदन किया जा सकता है। बता दें कि ऑनलाइन माध्यम ज्यादा सुविधाजनक है। 13 साल से कम उम्र के स्टूडेंट को ऑफलाइन यानी फॉर्म भरकर डाक के जरिए ही भेजना होता है। कॉलेज बोर्ड की ऑफिशियल वेबसाइट पर आवेदन करते समय कैंडिडेट्स अपने एग्जाम सेंटर और तारीख की प्राथमिकता का चयन कर सकते हैं।
योग्यता
बता दें कि कॉलेज बोर्ड ने इसके लिए कोई खास क्वालिफिकेशन इसके लिए तय नहीं की है। साथ ही कोई न्यूनतम या अधिकतम भी सीमा तय नहीं है और न ही शैक्षिक योग्यता। 10वीं के बाद कोई भी कैंडिडेट इसके लिए आवेदन कर सकता है।
डेट्स
SAT में दो टेस्ट होता है एक जनरल और एक खास विषय के लिए। जनरल सैट का आयोजन साल में 4 बार होता है जबकि सब्जेक्ट टेस्ट का आयोजन साल में 5 बार होता है। सैट का आयोजन आम तौर पर मई, जून, अगस्त, अक्टूबर, नवंबर, दिसंबर और मार्च के महीने में होता है। स्टूडेंट जितनी बार चाहे सैट टेस्ट दे सकते हैं लेकिन हर बार उनको निर्धारित फीस देनी होती है। सैट टेस्ट और सैट सब्जेक्ट टेस्ट का आयोजन कई बार एक ही तारीख को भी हो जाता है, इसलिए आवेदन करते समय इस बात पर गौर करें कि तारीख एक है या नहीं।
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