Railway Vaccancy: रेलवे एक बार फिर से युवाओं को नौकरी की सौगात देने जा रहा है। अगले 1 साल में रेलवे 1,48,463 लोगों की भर्ती निकालेगा। बता दें कि रेलवे ने पीछले 8 सालों में औसतन सालाना 43,678 लोगों की भर्ती की है। यह निर्णय पीएम मोदी के अगले 18 महीनों में विभिन्न विभागों और मंत्रालयों में 10 लाख लोगों की भर्ती करने के निर्देश के बाद लिया गया है।
केंद्रीय कर्मचारियों के करीब 21.75% पद अभी भी रिक्त
वित्त मंत्रालय के व्यय विभाग ने वेतन और भत्तों पर हाल ही में एक रिपोर्ट जारी किया था जिसमें 2020 तक केंद्र सरकार के कुल नियमित सिविल कर्मचारियों की संख्या 31.91 लाख थी जबकि स्वीकृत पदों की कुल संख्या 40.78 लाख थी। यानी करीब 21.75 प्रतिशत पद रिक्त थे। कुल श्रम शक्ति का करीब 92 प्रतिशत हिस्सा पांच प्रमुख मंत्रालयों या विभागों के अंतर्गत आता है, इनमें रेलवे, रक्षा (सिविल), गृह कार्य, डाक और राजस्व शामिल हैं। कुल 31.33 लाख पदों की निधार्रित संख्या में रेलवे की हिस्सेदारी 40.55 प्रतिशत है। सूत्रों के मुताबिक मोदी के निर्देश के बाद विभिन्न विभागों और मंत्रालयों को रिक्तियों का विवरण तैयार करने के लिए कहा गया था और समग्र समीक्षा के बाद 10 लाख लोगों की भर्ती करने का निर्णय लिया गया।
विपक्षी दलों ने रोजगार के मामले पर सरकार को घेरा
विभिन्न विधानसभा चुनावों के दौरान, विपक्षी दलों ने बेरोजगारी के मुद्दे पर भाजपा को घेरने की कोशिश की है। रेलवे ने कहा कि 2014-15 से 2021-22 तक उसने कुल 3,49,422 लोगों की भर्ती की और औसत 43,678 प्रति वर्ष था, जबकि 2022-23 में वह 1,48,463 लोगों की भर्ती करेगा।
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