Agnipath Scheme: केंद्र सरकार की महत्वकांक्षी योजना अग्निवीर के लिए चुने गए युवाओं को इग्नू द्वारा डिजाइन किए गए कोर्स से 3 साल की ग्रेजुएशन की डिग्री दी जाएगी। इसकी रूपरेखा ‘अग्निवीरों’ के करियर की भविष्य की संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए बनाई गई है। यह एक खास तरह का कोर्स होगा जिसमें स्किल ट्रेनिंग के आधार पर अग्निवीरों को प्रशिक्षित किया जाएगा। इसके तहत ड्यूटी के दौरान ही अग्निवीर अपनी पढ़ाई कर सकेंगे। अग्निवीरों को ग्रेजुएशन की डिग्री के लिए 50% का क्रेडिट स्कोर स्किल ट्रेनिंग (टेक्निकल और नॉन टेक्निकल) से मिलेगा। बाकी के 50% स्कोर दूसरे विषयों से मिलेगा। कोर्स को लागू करने के लिए आर्मी, एयरफोर्स, नेवी और इग्नू के बीच एमओयू साइन होगा। रोजगार के लिए इस डिग्री की देश के साथ-साथ विदेश में भी मान्यता होगी।
कोर्स में इन विषयों को किया गया है शामिल
भाषा (Language)
अर्थशास्त्र (Economics)
इतिहास (History)
राजनीति विज्ञान (Political Science)
लोक प्रशासन (Public Administration)
समाजशास्त्र (Sociology)
गणित (Maths)
वाणिज्य (Commerce)
पर्यटन (Tourism)
व्यावसायिक अध्ययन (Business Studies)
कृषि (Agriculture)
ज्योतिष (Astrology)
पर्यावरण अध्ययन (Enviornmental Studies)
संचार कौशल (Communication Skills)
इतने सालों पर मिलेगी डिग्री
अग्निवीरों को सेवा के पहले साल समाप्त होने पर सर्टिफिकेट मिल जाएगा। दूसरे वर्ष गुजरने पर ग्रेजुएट डिप्लोमा और तीसरे साल के समाप्त होने पर ग्रेजुएशन की डिग्री मिल जाएगी।
इन संस्थानों से कोर्स को मिलेगी डिग्री
- अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (AICTE)
- राष्ट्रीय व्यावसायिक शिक्षा और प्रशिक्षण परिषद (NCVET)
- विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC)
इग्नू द्वारा डिजाइन हुए कोर्स को संबंधित नियामक निकायों - अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (AICTE) और राष्ट्रीय व्यावसायिक शिक्षा और प्रशिक्षण परिषद (NCVET) और यूजीसी (UGC) से मान्यता दी जाएगी। UGC के तहत इस डिग्री में बीए, बी कॉम, बीए (व्यावसायिक), बीए (पर्यटन प्रबंधन) जैसे कोर्स को शामिल किया गया है। यह पाठ्यक्रम अग्निवीरों के सिविलियन करिअर को आगे बढ़ाने को लेकर तय किया गया है। इस कोर्स को इग्नू द्वारा मान्यता प्राप्त होगी। इस कोर्स को रोजगार और शिक्षा के क्षेत्र में न सिर्फ देश में बल्कि विदेश में भी मान्यता प्राप्त होगी।
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