Bihar Board: बिहार बोर्ड ने 10वीं और 12वीं के फेल स्टूडेंट्स ग्रेस मार्क्स देकर किया पास, नहीं कराएगा कंपार्टमेंट परीक्षा
बिहार सरकार ने कोरोना महामारी के चलते मैट्रिक (10वीं) और इण्टरमीडिएट (12वीं) परीक्षा में एक या दो विषयों में फेल छात्रों को एक्स्ट्रा नंबर का ग्रेस देकर पास करने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया है।
बिहार सरकार ने कोरोना महामारी के चलते मैट्रिक (10वीं) और इण्टरमीडिएट (12वीं) परीक्षा में एक या दो विषयों में फेल छात्रों को एक्स्ट्रा नंबर का ग्रेस देकर पास करने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने गुरुवार को रिजल्ट भी जारी कर दिया। स्टूडेंट्स बोर्ड के वेबसाइट पर रिजल्ट देख सकते हैं। बता दें कि, एक या दो विषय में फेल छात्रों के लिए कंपार्टमेंटल परीक्षा आयोजित होने वाली थी लेकिन कोरोना के कारण परीक्षा टाल दी गई और छात्रों का साल बर्बाद न हो इसलिए बिहार बोर्ड द्वारा यह निर्णय लिया गया। इस साल बीएसईबी ने दसवीं और बारहवीं दोनों कक्षाओं की कंपार्टमेंट परीक्षा रद्द करते हुए इसके स्थान पर दोनों ही कक्षाओं के स्टूडेंट्स को एक या दो अंक ग्रेस मार्क्स के रूप में देकर पास करने का फैसला लिया है। बोर्ड का यह कदम एकदम निराला है, ऐसा फैसला अभी तक किसी ने नहीं लिया। अब देखना यह होगा कि क्या कोई दूसरा स्टेट बोर्ड भी बिहार बोर्ड के नक्शे-कदम पर चलेगा।
बोर्ड के इस प्रपोजल को डिपार्टमेंट ऑफ एजुकेशन ने मान लिया। बोर्ड के इस निर्णय से बहुत से स्टूडेंट्स ने राहत की सांस ली है जो परीक्षा आयोजित होने से कोरोना के कारण डर रहे थे। बोर्ड के चेयरमैन आनंद किशोर ने कहा कि, वे स्टूडेंट्स जो हायर साइड पर थे उन्हें ग्रेस मार्क्स देकर पास किया गया है। पास स्टूडेंट्स की नयी लिस्ट बोर्ड की वेबसाइट पर अपलोड कर दी गयी है। गुरुवार को शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा की ओर से मैट्रिक एवं इंटर की कंपार्टमेंटल परीक्षा 2020 में सम्मिलित होने के लिए पात्र स्टूडेंट्स में से अतिरिक्त अंकों का ग्रेस पाकर उत्तीर्ण हुए स्टूडेंट्स की सूची बोर्ड के वेबसाइट onlinebseb.in पर जारी कर दी गयी है।
72,610 स्टूडेंट्स इंटर में और 1,41,677 स्टूडेंट्स मैट्रिक में ग्रेस अंक पा कर हुए सफल
बोर्ड के इस निर्णय के बाद पास स्टूडेंट्स का आंकड़ा कुछ इस प्रकार बदला है। बिहार बोर्ड मैट्रिक 2020 रिजल्ट में इस वर्ष इंटर में कुल 1,32,486 स्टूडेंट्स में से, एक विषय में 46005 कैंडिडेट्स और 86481 कैंडिडेट्स दो विषयों में फेल थे, दोनों को मिलाकर कुल 1,32,486 स्टूडेंट्स फेल थे, तथा कंपार्टमेंट परीक्षा में शामिल हो सकते थे, उनमें से कुल 72,610 स्टूडेंट्स अतिरिक्त ग्रेस अंक पाकर सफल हुए हैं, जो कुल 54.81 प्रतिशत है। इसी प्रकार मैट्रिक (10वीं) में कुल 2,08,147 स्टूडेंट्स में से एक विषय में 108459 और दो विषयों में 99688, फेल हुए थे, दोनों मिलाकर कुल 2,08,147 स्टूडेंट्स फेल थे तथा कंपार्टमेंट परीक्षा में शामिल हो सकते थे, उनमें से कुल 1,41,677 स्टूडेंट्स अतिरिक्त ग्रेस अंक पाकर उत्तीर्ण हुए हैं, जो कुल 68.07 प्रतिशत है।
बिहार बोर्ड मैट्रिक 2020 रिजल्ट में कुल 80.59 प्रतिशत स्टूडेंट्स पास हुए हैं। इनमें से 4,03,392 विद्यार्थी प्रथम श्रेणी में, 524217 सेकेंड डिवीजन से और 2,75,402 थर्ड डिवीजन से पास हुए हैं। परीक्षा में 96.20 फीसदी मार्क्स के साथ हिमांशु राज ने टॉप किया। कुल 15 लाख 29 हजार 393 परीक्षार्थियों ने फार्म भरा था, इनमें सात लाख 83 हजार 034 छात्राएं और सात लाख 46 हजार 359 छात्र शामिल थे। वहीं, बिहार बोर्ड इंटर रिजल्ट की बात करें, तो 24 मार्च को जारी किए गए इंटरमीडिएट में 80.44 प्रतिशत विद्यार्थी परीक्षा सफल रहे हैं। बिहार बोर्ड में इस बार इंटर में कुल 72610 और मैट्रिक में कुल 141677 छात्रों को पास किया गया है। इस प्रकार दसवीं और बारहवीं के मिलाकर कुल 340633 फेल स्टूडेंट्स में से, जो एक या अधिकतम दो विषयों में फेल हुए थे, 214287 यानी दो लाख से ऊपर स्टूडेंट्स को पास कर दिया गया है।