A
Hindi News एजुकेशन Republic Day 2023: भारत इस साल 73वां गणतंत्र दिवस मनाएगा या 74वां? हैं कन्फ्यूज तो जानें यहां

Republic Day 2023: भारत इस साल 73वां गणतंत्र दिवस मनाएगा या 74वां? हैं कन्फ्यूज तो जानें यहां

R Day 2023: 26 जनवरी भारत के लिए स्पेशल दिन है। इस दिन भारत का संविधान लागू हुआ था। कुछ लोग इस बात लेकर कन्फ्यूज हैं कि भारत इस साल 73वां गणतंत्र दिवस मनाएगा या 74वां।

गणतंत्र दिवस 2023- India TV Hindi Image Source : INDIA TV गणतंत्र दिवस 2023

हमारे देश में 26 जनवरी यानी गणतंत्र दिवस काफी हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। इस दिन पूरे देश में त्योहार जैसा वातावरण बना रहता है। स्कूल और कॉलेज में कई प्रोग्राम होते हैं। वहीं, इस दिन देश के राष्ट्रपति नई दिल्ली में झंडा फहराते हैं। लेकिन क्या आपके मन में ये सवाल आया कि इस साल हम कौन-सा गणतंत्र दिवस दिवस मना रहे हैं? बहुत से लोगों को इसका जवाब नहीं पता इसलिए आप भी परेशान न हों हम आपको यहां बता रहें हैं कि 73वां गणतंत्र दिवस मना रहे या 74वां।

26 जनवरी 1950 को देश का संविधान लागू किया गया है। भारत के पहले राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद ने 21 तोपों की सलामी देकर झंडा फहराया था। तब से हर साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाते हैं। देश 26 जनवरी 1950 को गणराज्य बना था। ऐसे में 26 जनवरी 1951 को एक साल पूरा हुआ, तब देश ने दूसरा गणतंत्र दिवस मनाया। इसी प्रकार से 1959 में 10वां, 1969 में 20वां, 1999 में 50वां गणतंत्र दिवस मनाया। ऐसे ही से 2022 में देश ने अपना 73वां गणतंत्र दिवस मनाया और अब 2023 में भारत 74वां गणतंत्र दिवस मनाएगा। 

26 जनवरी को ही गणतंत्र दिवस क्यों मनाते हैं?

जब अंग्रेजों से देश को 15 अगस्त 1947 में आजादी मिली थी, तब तीन साल बाद देश में भारत का संविधान लागू किया गया था। ये दिन हम भारतीयों को लोकतांत्रिक रूप से अपनी सरकार चुनने की शक्ति को भी चिह्नित करता है। हमारा संविधान भी इसी दिन लागू हुआ था। डॉ. भीम राव अंबेडकर ने संविधान की ड्राफ्टिंग कमेटी की अध्‍यक्षता की थी। 26 जनवरी 1950 को ही देश को पूर्ण रूप से गणतंत्र यानी गणराज्य घोषित किया गया था। इसलिए हम 26 जनवरी को ही गणतंत्र दिवस मनाते हैं। गणतंत्र दिवस इसलिए भी 26 जनवरी को मनाते हैं, क्योंकि इसी दिन साल 1930 में भारतीय नेशनल कांग्रेस ने देश को पूर्ण रूप से आजाद होने की घोषणा की थी।

26 जनवरी को राष्ट्रपति फहराते हैं ध्वज

हमारे देश का संविधान 26 जनवरी, 1950 को लागू हुआ था, उससे पहले न तो देश में संविधान था और न ही राष्ट्रपति। भारत के पहले राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद ने 21 तोपों की सलामी देकर झंडा फहराया था। तब से हर साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रपति ही झंडा फहराते हैं।

Latest Education News