ओ.पी. जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी ने डेटा जर्नलिज्म में भारत का पहला पीजी डिप्लोमा लॉन्च किया
भारत में पत्रकारिता, मीडिया और संचार उद्योगों के लिए गेम-चेंजर बनने का वादा करने वाले और भारत सरकार द्वारा प्रतिष्ठित इंस्टीट्यूशन घोषित ओ.पी. जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी (जेजीयू) ने देश में पहली बार डेटा जर्नलिज्म में एक वर्षीय पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा लॉन्च ्र
नई दिल्ली। भारत में पत्रकारिता, मीडिया और संचार उद्योगों के लिए गेम-चेंजर बनने का वादा करने वाले और भारत सरकार द्वारा प्रतिष्ठित इंस्टीट्यूशन घोषित ओ.पी. जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी (जेजीयू) ने देश में पहली बार डेटा जर्नलिज्म में एक वर्षीय पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा लॉन्च ्र किया है। डेटा-इन्टेंसिव जर्नलिज्म और डेटा-ड्रिवन मीडिया रिपोर्टिग और विश्लेषण उभरते हुए क्षेत्र हैं जो पारंपरिक समाचार रिपोर्टिग और लेखन को पाठक के अनुकूल और गहरे डेटा विश्लेषण के कौशल को संयोजित करते हैं।
जिंदल स्कूल ऑफ बैंकिंग एंड फाइनेंस (जेएसबीएफ) और जिंदल स्कूल ऑफ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन (जेएसजेसी) ने संयुक्त रूप से इस डेटा जर्नलिज्म प्रोग्राम के दो ट्रैक शुरू किए हैं - हाल के स्नातकों के लिए एक रेजिडेंशल पीजी डिप्लोमा और काम करने वाले पेशेवरों के लिए एक एक्जिक्यूटिव डिप्लोमा लॉन्च किया है जिससे वे इंडस्ट्री प्रांसगिक प्रोग्रामिंग भाषा, प्रैक्टिशनर-ओरिएंटेड एनालिटिकल और विजुलाइजेशन टूल सीख सकें। इसेक अलावा पाठ्यक्रम में जर्नलिज्म एथिक्स और लेखन, व्यापार और वित्तीय बाजार, सांख्यिकी-विश्लेषिकी-वित्त-अर्थशास्त्र (सेफ) और भारत और दुनिया में समकालीन प्रासंगिकता के सामाजिक-आर्थिक और राजनीतिक मुद्दों पर पाठ्यक्रम भी है।
बुधवार को वर्चुअल रूप से हुए लॉन्च कार्यक्रम में एरिजोना स्टेट यूनिवर्सिटी में वाल्टर क्रोनकाइट स्कूल फॉर जर्नलिज्म के प्रतिष्ठित प्रोफेसर स्टीव डोग द्वारा एक मुख्य भाषण दिया गया था और एक विशेष भाषण रुक्मिणी एस. द्वारा दिया गया था, जो एक पुरस्कार विजेता लेखक और भारत में डेटा पत्रकारिता के अगुआ माने जाते हैं।
डेटा का उपयोग पत्रकारों के लिए न सिर्फ न्यूजरूम में और डेटा एक्सपर्ट द्वारा सरकारी एजेंसियों और इंडस्ट्री में करना रूटीन है बल्कि स्टोरीटेलिंग और तथ्य-आधारित रिपोर्टिग में एक प्रेरणाशक्ति भी है, क्योंकि प्रौद्योगिकी प्लेटफॉर्म, डेटा पद्धति और डेटा स्रोत विकसित होते जा रहे हैं।
जेजीयू के संस्थापक वाइस चांसलर प्रोफेसर राजकुमार ने कहा, "गोपनीय सूचनाओं के लीक होने की जर्नलिस्टिक इंवेस्टिगेशन के कई उदाहरण हैं, जैसे कि पैराडाइज पेपर्स, जहां पत्रकारों द्वारा बड़ी मात्रा में डेटा का विश्लेषण किया गया था।"उन्होंने कहा, "डेटा जर्नल्जिम में पीजी डिप्लोमा की पेशकश जेजीयू पत्रकारों की एक नई पीढ़ी का निर्माण करेगी जो एक इंटरडिसिप्लिनरी पाठ्यक्रम से लाभान्वित होंगे जो बहुत जरूरी डेटा कौशल को प्रभावित करने का वादा करता है।"
जेएसजेसी के डीन, प्रोफेसर टॉम गोल्डस्टीन ने कहा कि "जैसा कि प्रौद्योगिकी डिसरप्ट होती जा रही है, इंडस्ट्री का भविष्य इस बात पर निर्भर करेगा कि पत्रकारिता, मीडिया और संचार में पेशेवर अब क्या सीखते हैं। डेटा जर्नलिज्म कार्यक्रम की पेशकश करना जेजीयू को ट्रेंडी बनाता है। यह लोगों को न केवल भविष्य का सामना करने में, बल्कि इसे बनाने में मदद करेगा।"
जिंदल स्कूल ऑफ बैंकिंग एंड फाइनेंस के डीन प्रोफेसर आशीष भारद्वाज ने कहा, "डेटा जर्नलिज्म में भारत के पहले पीजी डिप्लोमा की परिकल्पना इसके अनोखे पाठ्यक्रम में परिलक्षित होती है।"उन्होंने कहा कि जेजीयूके दो विशेष स्कूल एक साथ एक अप्रोच का इस्तेमाल करके एक प्रैक्टिशनर ओरिएंटेड ट्रेनिंग प्रदान करना चाहते हैं जिसमें न केवल डेटा-ड्रिवन रिसर्च शामिल हैं, बल्कि कम्प्यूटेशनल डेटा विज्ञान, क्रिटिकल थिंकिंग, सांख्यिकी, फाइनेंस की बुनियादी बातों सहित एक रोमांचक कहानी बताने के लिए डेटा विजुअलाइजेशन शमिल है।
एरिजोना स्टेट यूनिवर्सिटी में वाल्टर क्रॉनिक स्कूल फॉर जर्नलिज्म के प्रोफेसर स्टीव डोइग ने अपने भाषण में कहा, "मैं उत्साहित हूं कि जेजीयू ने जेजीयू में यह कार्यक्रम शुरू किया है। डेटा स्टोरी जिसे इस कार्यक्रम के स्नातक करेंगे, वे अन्य भारतीय पत्रकारों को इस तरह के अहम कौशल सीखने के लिए प्रेरित करेंगे और डेटा पत्रकारिता का प्रैक्टिस यहां अमेरिका और दुनिया के कुछ अन्य हिस्सों में फैल जाएगा। मैं ऐसा होता देखने के लिए उत्सुक हूं।"
रुक्मिणी एस. ने अपने विशेष संबोधन में कहा, "डेटा और डेटा जर्नलिज्म की बात आने पर भी पावर और विशेषाधिकार के बारे में सोचना महत्वपूर्ण है। मैं उत्साहित हूं कि यह कार्यक्रम एक ऐसे विश्वविद्यालय में केंद्रित है, जिसमें राजनीति, कानून, वित्त आदि सहित कई अलग-अलग विषयों की पेशकश है। छात्र महत्वपूर्ण कौशल सीखेंगे और वे न्यूज रूम के लिए महान पत्रकार बनाएंगे।"