खुद के नोट्स ही दिलाते हैं सरकारी जॉब, बनाने के ये 10 तरीके आपके बड़े काम आएंगे
जॉब सिक्योरिटी की वजह से करोड़ों युवा वर्षो से सरकारी जॉब के तरफ जा रहे हैं। प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता केवल मेहनत के बल पर नहीं मिलती है बल्कि इसके लिए सटीक रणनीति भी चाहिए। यदि आपके नोट्स अच्छे होंगे तो इसका अच्छा प्रभाव रिजल्ट पर जरूर पड़ता है।
आजकल सभी युवा आत्मनिर्भर बनना चाह रहे हैं। कोई प्राइवेट जॉब की तरफ जा रहे हैं तो कोई सालों से सरकारी जॉब की चाह में तैयारी किए जा रहे हैं। बड़े-बड़े कोचिंग संस्थान, लोकप्रिय टीचर, यूट्यूब चैनल, ऑनलाइन टेस्ट सीरीज, अच्छी खासी किताब, मोटिवेशनल गुरु और कड़ी मेहनत भी कभी-कभार फीके पड़ जाते हैं लेकिन सफलता हासिल नहीं होती है। दरअसल, हमारी कमियां ही सभी खूबियों पर भारी पड़ जाती है। सरकारी जॉब के लिए सेल्फ स्टडी सबसे जरूरी है। यदि आप सेल्फ स्टडी किताबों से करते हैं तो यह एक दिन बड़ी भूल साबित होगी। पढ़िए कोचिंग, किताब या फिर ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से किंतु रिवीजन हमेशा अपने नोट्स से ही कीजिए। सेल्फ मेड नोट्स ही आपको सफलता के दरवाजे तक पहुंचाती है। यह परीक्षा से पहले कुछ ही घंटे में रिवीजन करने में भी सहायक है। हम आपको यहां बता रहें हैं कि नोट्स कैसे बनाए।
नोट्स बनाने के 10 प्रमुख तरीके -
(1) डायग्राम और माइंड मैप का ज्यादा इस्तेमाल करें
अपने नोट्स में शब्दों के प्रयोग पर कंजूसी बरतें, ज्यादा से ज्यादा डायग्राम और माइंड मैप का प्रयोग करें। इससे अदृश्य बातें भी दिखने लगेगी। किसी घटना या फैक्ट को याद करना ज्यादा आसान हो जाएगा।
(2) जहां संभव हो वहां मानचित्र का प्रयोग करें
किसी राज्य, देश या फिर विश्व की घटनाओं और करेंट अफेयर्स को याद रखने के लिए अपने नोट्स में मैप पर उन्हें रेखांकित करें। इससे रटने की आदत से छुटकारा मिलेगा।
(3) कठिन विषयवस्तु का नोट्स सहज ढंग से बनाएं
सभी स्टूडेंट के लिए कोई न कोई विषयवस्तु कठिन होते ही हैं। कठिन विषयवस्तु की सूची बनाकर उनके लिए एक अलग नोट्स बनाना फायदेमंद होता है। इनमें सहज भाषा का इस्तेमाल करें।
(4) कई कलर के पेन और मार्कर का इस्तेमाल करें
नोट्स में जो शब्द महत्वपूर्ण हैं उन्हें हाईलाइट करना जरूरी है ताकि रिवीजन में आसानी हो। महत्वपूर्ण शब्द, कथन अथवा पंक्तियों को हाईलाइट करने के लिए अलग-अलग रंग के कलम और मार्कर का इस्तेमाल करना चाहिए।
(5) कठिन कांसेप्ट को अलग-अलग पार्ट में तोड़कर नोट्स बनाएं
कठिन और जटिल कांसेप्ट को आत्मसात करने के लिए उन्हें उनके अर्थ, परिभाषा, उदाहरण, महत्व और अन्य विषयों से संबंध इत्यादि में बांटकर नोट्स बना सकते हैं। नोट्स बनाने की यह प्रक्रिया माइक्रो नोट्स विधि के नाम से जाना जाता है।
(6) किसी टॉपिक में हो रहे अपडेट को नोट्स में भी अपडेट करें
परिवर्तनशील विषयों के नोट्स बनाने में इस बात का ध्यान रखें कि नया और महत्वपूर्ण बिंदु एग्जाम से पहले न छूटे। अखबार, पत्रिका, एजुकेशनल वेब पोर्टल इत्यादि जगहों से अपडेट होकर नोट्स को भी अपडेट करते रहें। इस प्रकार के कार्य अंतर्राष्ट्रीय संबंध, भारतीय संविधान, पर्यावरण, भारतीय समाज और संस्कृति में करने पड़ते हैं। आजकल सभी एग्जाम में यहां से खूब प्रश्न आ रहे हैं।
(7) नोट्स में टॉपिक को सभी विषयों से अंतर-संबंधित करें
जितने भी टॉपिक हैं उन्हें सभी विषयों से जोड़कर देखें। इससे आपके तर्क मजबूत होंगे, कंटेंट पर पकड़ बनेगा और विषयों की गहरी समझ विकसित होगी।
(8) नोट्स बनाते हुए परीक्षा में पूछे गए सवालों को भी लिखें
नोट्स का उद्देश्य सफलता हासिल करना है। यदि आप नोट्स में पूछे गए सवाल लिखेंगे तो संबंधित विषयों के प्रति सजगता विकसित होगी। तब आप किसी विषय को सरल मानकर नहीं छोड़ेंगे। इससे परीक्षा में आप कट ऑफ को पार कर लेंगे।
(9) जिस टॉपिक से ज्यादा सवाल पूछे जाते हैं उन टॉपिक का शॉर्ट नोट्स न बनाएं
परीक्षा के दृष्टिकोण से जो टॉपिक महत्वपूर्ण है उनका गहराई से अध्ययन करना चाहिए। इसके बाद इनके नोट्स में भी गहराई होनी चाहिए।
(10) जिस स्त्रोत से नोट्स बना रहे हैं उनका जिक्र करें
अध्ययन के अनेकों माध्यम हैं। आप जिस भी माध्यम के सहारे ज्ञान हासिल करके नोट्स बनाते हैं उनका नाम पेज के साइड में कहीं लिख दें ताकि बाद में कहीं कोई तथ्यात्मक गलती को जांचने में असुविधा न हो।