नई दिल्ली। शिक्षा मंत्रालय ने प्रमाण पत्रों को डिजिलॉकर से जोड़ने का फैसला किया है। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की इस पहल से पंजीकरण शुल्क पूरी तरह माफ होगा। ऑनलाइन टीचर पुपिल रजिस्ट्रेशन मैनेजमेंट सिस्टम (ओटीपीआरएमएस) प्रमाण पत्रों को डिजिलॉकर से जोड़ने की घोषणा केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल 'निशंक' ने की। सत्यापित ऑनलाइन टीचर पुपिल रजिस्ट्रेशन मैनेजमेंट सिस्टम (ओटीपीआरएमएस) प्रमाण पत्र स्वत: ही डिजिलॉकर में स्थानांतरित हो जाएंगे। राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) की वेबसाइट और डिजिलॉकर पर जाकर उन्हें देखा जा सकता है। डिजिलॉकर ऐप को एंड्रॉयड फोन और आईफोन पर डाउनलोड किया जा सकता है।
निशंक ने बताया कि एनसीटीई द्वारा जारी ओटीपीआरएमएस प्रमाण पत्र हासिल करने के लिए 200 रुपये के पंजीकरण शुल्क को माफ कर दिया गया है। इससे देश भर के सभी हितधारकों को कारोबारी सुगमता के साथ डिजिटली सशक्त बनाना सक्षम होगा।वहीं दिल्ली विश्विवद्यालय सबसे अधिक डिजिटल डिग्रियां देने वाला शिक्षण संस्थान बन गया है। दिल्ली विश्वविद्यालय ने अपने दीक्षांत समारोह में 1,76,790 डिजिटल डिग्रियां जारी की हैं। दिल्ली विश्वविद्यालय ऐसा करने वाला देश का पहला संस्थान बन गया है।
दिल्ली विश्वविद्यालय के डीन एग्जामिनेशन डीएस रावत ने आईएएनएस से कहा, "दिल्ली विश्वविद्यालय ने 97वें दीक्षांत समारोह के मौके पर 176,790 छात्रों को डिजिटल डिग्रियां जारी की हैं।" दिल्ली विश्वविद्यालय द्वारा जारी की गई यह डिजिटल डिग्रियां अंडर ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट दोनों ही पाठ्यक्रम के छात्रों को उपलब्ध कराई गई हैं।दिल्ली विश्वविद्यालय के मुताबिक ऐसा पहली बार हुआ है जबकि मात्र एक क्लिक में करीब 176790 स्नातक और पोस्ट ग्रेजुएशन करने वाले छात्रों को डिग्रियां दी गईं।
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