कड़ाके की ठंड के बीच नोएडा में 8वीं तक के स्कूल बंद, DM ने जारी किया आदेश
जिला प्रशासन ने कहा है कि नोएडा और ग्रेटर नोएडा में 8वीं कक्षा तक के सभी स्कूल एक जनवरी तक बंद रहेंगे।
नोएडा: गौतमबुद्ध नगर प्रशासन ने नोएडा व ग्रेटर नोएडा में कड़ाके की ठंड को देखते हुए जिले में पहली से 8वीं तक के स्कूलों में एक जनवरी तक कक्षाएं चलाने पर रोक लगा दी है। DIOS धर्मवीर सिंह ने बताया कि जिला मजिस्ट्रेट सुहास एलवाई द्वारा आदेश जारी किया गया है कि स्कूलों में 8वीं तक की कक्षाओं पर रोक लगी रहेगी। सिंह ने बताया, ‘आदेश के अनुसार, आठवीं तक के छात्रों के लिए एक जनवरी, 2023 तक स्कूलों में कक्षाएं नहीं लगेंगी। सभी प्रधानाध्यापक आदेश का पालन करें।’
इन जगहों पर छाए रहेंगे घने कोहरे
इसके साथ ही मौसम विभाग ने बताया कि अगले दो दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में न्यूनतम तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होगी लेकिन उसके बाद इसमें 2-3 डिग्री की गिरावट आ सकती है। वहीं पंजाब के कुछ हिस्सों में शीत लहर चलने की संभावना है और एक तथा दो जनवरी को पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और उत्तरी राजस्थान में अलग-अलग हिस्सों में शीत लहर की स्थिति रहेगी। इस दौरान हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और उत्तरी राजस्थान में घना कोहरा छाया रहेगा।
6.3 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया
सफदरजंग वेधशाला में बुधवार को न्यूनतम तापमान 6.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मंगलवार को न्यूनतम तापमान 5.6 डिग्री सेल्सियस और सोमवार को पांच डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। धर्मशाला में मंगलवार को न्यूनतम तापमान 6.2 डिग्री सेल्सियस, देहरादून में सात डिग्री सेल्सियस और नैनीताल में 7.2 डिग्री सेल्सियस था, जबकि दिल्ली में इनके मुकाबले मंगलवार को न्यूनतम तापमान 5.6 डिग्री सेल्सियस था। मौसम वैज्ञानिकों ने दिन के तापमान में इस गिरावट के लिए मैदानी इलाकों से गुजरने वाली उत्तर-पश्चिमी ठंडी हवाओं और कोहरे के मौसम के कारण कम धूप निकलने को जिम्मेदार ठहराया है।
‘स्काईमेट वेदर’ के मौसम विज्ञान एवं जलवायु परिवर्तन संबंधी विभाग के उपाध्यक्ष महेश पलावत ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के कारण 25-26 दिसंबर को पहाड़ों में फिर से बर्फबारी हुई, जिसके बाद उत्तर-पश्चिमी ठंडी हवाएं अब मैदानी इलाकों में बह रही हैं। विभाग के अनुसार, ‘ठंडा दिन’ तब माना जाता है जब न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस या उससे कम रहे और अधिकतम तापमान सामान्य से कम से कम 4.5 डिग्री सेल्सियस कम दर्ज किया जाए। अधिकतम तापमान के सामान्य से 6.5 डिग्री या उससे अधिक कम होने पर उसे ‘बेहद ठंडा दिन’ माना जाता है। पलावत ने कहा कि उत्तर-पश्चिमी भारत में शीतलहर की स्थिति बुधवार से ताजा पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव में समाप्त हो जाएगी। हालांकि यह राहत महज कुछ दिन ही रहने की संभावना है। उन्होंने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के बाद न्यूनतम तापमान फिर गिरेगा।
26 दिसंबर को दिल्ली में तापमान 10 डिग्री से भी कम
दिल्ली में सोमवार को ‘बेहद ठंडा दिन’ था, क्योंकि अधिकतम तापमान कुछ स्थानों पर सामान्य से 10 डिग्री कम दर्ज किया गया था। सफदरजंग वेधशाला में सोमवार को अधिकतम तापमान सामान्य से छह डिग्री कम 15.6 डिग्री सेल्सियस रहा। यह 17 दिसंबर 2020 के बाद से दिसंबर में इस तारीख को दर्ज सबसे कम तापमान था। वहीं मंगलवार को अधिकतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री कम 17.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। बुधवार को इसके 19 डिग्री सेल्सियस के आसपास और बृहस्पतिवार को 20 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है।