नई दिल्ली। कोरोना की वजह से इस साल 12वी कक्षा की बोर्ड परीक्षाओं को लेकर अभी संशय बना हुआ है, सरकार ने अभी तक फैसला नहीं किा है कि परीक्षाएं होंगी या टाली जाएंगी। इस बीच दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने सुझाव दिया है कि एक्सपर्ट से बात करके केंद्र 12वीं के बच्चों को वैक्सीन लगाने का फैसला ले। मनीष सिसोदिया ने कहा कि 12वी कक्षा के 95 प्रतिशत बच्चों की आयु 17.5 वर्ष से ऊपर है, ऐसे में विशेषज्ञों से बात के बाद उन्हें वैक्सीन देने पर फैसला किा जा सकता है। देश में फिलहाल 18 वर्ष से ऊपर की आयु के सभी लोगों को वैक्सीन लगवाने की अनुमति दे दी गई है लेकिन बच्चों को वैक्सीन की अभी अनुमति नहीं है।
12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा को लेकर केंद्रीय मंत्री समूह और राज्यों के शिक्षामंत्रियों के बीच रविवार को बैठक हुी है। केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण, प्रकाश जावड़ेकर और शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने उपस्थित रहे। इस बैठक में सभी राज्यों के शिक्षा मत्रियों ने भाग लिया है। ये बैठक सुबह 11.40 बजे शुरू हुई थी। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक बैठक में साइंस, कॉमर्स आदि तकरीबन 19 विषयों की परीक्षा करवाने की तैयारियों पर विचार किया जा सकता है औऱ बाकी पेपरों को रद्द किया जा सकता है।
सीबीएसई के सूत्रों के अनुसार, इसके तहत जिन संभावित विकल्पों पर विचार किया जा सकता है, उनमें कागज-कलम आधारित लिखित प्रारूप में केवल मुख्य विषयों की परीक्षा लेना, विभिन्न राज्यों एवं जिलों में कोविड-19 की स्थिति के अनुरूप दो चरणों में परीक्षा आयोजित करना अथवा परीक्षा रद्द करना एवं वैकल्पिक मूल्यांकन योजना के तहत परिणाम घोषित करना शामिल है।
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