खान मंत्रालय(Ministry of Mines) ने मौलिक या अनुप्रयुक्त भूविज्ञान(Applied Geosciences), खनन और संबद्ध क्षेत्रों के क्षेत्र में योगदान के लिए उच्च शिक्षण संस्थानों से राष्ट्रीय भूविज्ञान पुरस्कार-2023 के लिए नामांकन आमंत्रित किए हैं। इसके लिए इच्छुक उम्मीदवार या संस्थान 30 नवंबर, 2023 को राष्ट्रीय पुरस्कार पोर्टल पर पंजीकरण कर सकते हैं। 1966 में स्थापित राष्ट्रीय भूविज्ञान पुरस्कार, भूवैज्ञानिकों को उत्कृष्टता की दिशा में प्रयास करने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए खान मंत्रालय की एक पहल है।
इतने लाख का मिलता है इनाम और और प्रमाण पत्र
लाइफटाइम अचीवमेंट के लिए राष्ट्रीय भूविज्ञान पुरस्कार एनजीए विनियमन 2023 के खंड -2 में उल्लिखित किसी भी विषय में निरंतर और महत्वपूर्ण योगदान के लिए असाधारण रूप से उच्च जीवनकाल उपलब्धि वाले व्यक्ति को दिया जाता है। पुरस्कार के विजेता को 5 लाख का नकद पुरस्कार और एक प्रमाण पत्र मिलता है।
कितनों को दिया जाता है राष्ट्रीय भूविज्ञान पुरस्कार
राष्ट्रीय भूविज्ञान पुरस्कार 10 विजेताओं को दिया जाता है जिसमें मेधावी व्यक्तियों या समूहों के योगदान को मान्यता देने के लिए व्यक्ति या टीमें शामिल हो सकती हैं। प्रत्येक पुरस्कार में ₹ 3,00,000 का नकद पुरस्कार और एक प्रमाण पत्र दिया जाता है। टीम पुरस्कार के मामले में, पुरस्कार राशि समान रूप से विभाजित की जाएगी। किसी टीम पुरस्कार के लिए नामांकन में अधिकतम चार सदस्य शामिल हो सकते हैं और टीम पुरस्कारों की संख्या पांच से अधिक नहीं होगी।
राष्ट्रीय युवा भूवैज्ञानिक पुरस्कार 31 दिसंबर, 2022 तक 35 वर्ष से कम आयु के व्यक्ति को भूविज्ञान के किसी भी क्षेत्र में उत्कृष्ट शोध कार्य के लिए दिया जाएगा। इस पुरस्कार में ₹ 1,00,000 का नकद पुरस्कार और पांच वर्षों के लिए ₹ 5 00,000 का अनुसंधान अनुदान दिया जाता है। अधिक जानकारी के लिए, उम्मीदवार राष्ट्रीय पुरस्कार पोर्टल की आधिकारिक वेबसाइट पर जा सकते हैं।
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