DU में एडमिशन लेने का आखिरी मौका, अंडरग्रेजुएट कोर्सेज की 11 हजार सीटें हैं खाली; आज से होंगी अलॉट
DU में अंडरग्रेजुएट कोर्सेज में खाली पड़ी इन सीटों को भरने के लिए छात्रों को 'स्पेशल स्पॉट राउंड' के माध्यम से आखिरी मौका दिया गया है। छात्र जल्दी करें! आज से ये राउंड शुरू हो रहा है।
अगर आप डीयू में पढ़ना चाहते हैं तो जल्द ले लें एडमिशन। बता दें कि दिल्ली यूनिवर्सिटी से सम्बद्ध विभिन्न कॉलेजों में एकेडेमिक सेशन 2022-23 के लिए हजारों सीटें खाली पड़ी हैं। साइंस, कॉमर्स व ह्यूमैनिटीज विषयों में कुल 11 हजार 152 सीटें खाली हैं। खाली पड़ी ये सभी सीटें अंडरग्रेजुएट कोर्सेज की हैं। यूनिवर्सिटी प्रशासन इन हजारों सीटें को स्पेशल स्पॉट राउंड के जरिए भर रहा है। इस स्पेशल स्पॉट एडमिशन राउंड के लिए 22 दिसंबर सुबह 10 बजे से लेकर 23 दिसंबर शाम 4 बजकर 59 मिनट तक छात्र सीट स्वीकार कर सकते हैं, जिसके बाद इन सीटों पर दाखिले होंगे।
इन कोटों की इतनी सीटें हैं खाली
इन खाली पड़ी सीटों में सामान्य वर्ग की 2638, ओबीसी 2149, एससी 1342, एसटी 1994, पीडब्ल्यूडी 1662 व ईडब्ल्यूएस कोटे की 1367 सीटें हैं। फोरम ऑफ एकेडेमिक्स फॉर सोशल जस्टिस का कहना है कि नया एकेडेमिक सेशन 2 नवम्बर 22 से शुरू हो चुका है। अगर छात्रों का देरी से एडमिशन होगा तो इनकी शिक्षा प्रभावित होगी। ऐसे में सभी एडमिशन तुरंत किए जाएं।
"हर साल रहती है एससी, एसटी, ओबीसी व पीडब्ल्यूडी वर्गों के छात्रों की सीटें खाली"
फोरम के चेयरमैन डॉ. हंसराज सुमन ने बताया है कि खाली पड़ी इन सीटों में सबसे ज्यादा एससी, एसटी, ओबीसी, पीडब्ल्यूडी व ईडब्ल्यूएस कोटे के छात्रों की सीटें हैं। उनके मुताबिक कई कॉलेजों ने अपने यहां स्वीकृत सीटों से ज्यादा एडमिशन दिया हुआ है लेकिन उसकी एवज में आरक्षित वर्गों की सीटें नहीं भरी। उनका कहना है कि हर साल एससी, एसटी, ओबीसी व पीडब्ल्यूडी वर्गों के छात्रों की ही सीटें खाली रहती है। इसका मुख्य कारण कॉलेज प्रिंसिपलों का सीटों का वेबसाइट पर डिस्प्ले नहीं करना है।
स्पेशल स्पॉट राउंड' के माध्यम से दिया जा रहा आखिरी मौका
यूनिवर्सिटी प्रशासन द्वारा बताया गया है कि अंडरग्रेजुएट कोर्सेज में खाली पड़ी इन सीटों को भरने के लिए छात्रों को 'स्पेशल स्पॉट राउंड' के माध्यम से आखिरी मौका दिया गया है। दिल्ली यूनिवर्सिटी ने अपनी ऑफिशियल वेबसाइट पर खाली सीटों की लिस्ट शेयर की दी है। इनपर स्पेशल स्पॉट राउंड के माध्यम से एडमिशन किए जा रहे हैं। इस स्पेशल राउंड के अंतर्गत छात्रों ने दाखिले के लिए आवेदन कर दिया है। नार्थ कैम्पस व साउथ कैम्पस के कॉलेजों में यह खाली सीटें हैं।
स्पेशल स्पॉट राउंड ऐसे छात्रों को लिए है, जिनका एडमिशन अभी तक जारी यूनिवर्सिटी की किसी लिस्ट और स्पॉट राउंड में नहीं आया था। कॉलेजों में खाली पड़ी आरक्षित वर्गों की सीटों को देखते हुए छात्रों से कहा गया था कि वे कॉलेज को प्राथमिकता न दे यदि उन्हें उनका मनमाना विषय मिल रहा है तो इस राउंड में छात्र को अपनी सीट अवश्य सिक्योर कर लेनी चाहिए। छात्रों को इसके लिए 19 और 20 दिसंबर का समय दिया गया था।
31 दिसम्बर तक आरक्षित वर्गों की सभी खाली पड़ी सीटें भरने की मांग
डॉ. सुमन ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रोफेसर योगेश कुमार सिंह व कुलसचिव डॉ. विकास गुप्ता से यह मांग की है कि वे कॉलेजों से साइंस, कॉमर्स व ह्यूमैनिटीज विषयों के सब्जेक्ट वाइज आंकड़ें मंगवाए। साथ ही प्रिंसिपलों को खाली पड़ी सीटों का ब्यौरा वेबसाइट पर डिस्प्ले करने संबंधी सर्कुलर जारी करें, वरना फिर से आरक्षित वर्गों की सीटें खाली रह जाएंगी। उन्होंने यूनिवर्सिटी से पूछा कि हर साल आरक्षित वर्गों की सीटें ही खाली क्यों रहती है। उनका कहना है कि सीयूईटी के माध्यम से एडमिशन में देरी के कारण छात्रों की पढ़ाई तो प्रभावित हुई है, साथ ही सेमेस्टर शुरू हो चुका है और एडमिशन की प्रक्रिया जारी है। उन्होंने कुलपति से 31 दिसम्बर तक आरक्षित वर्गों की सभी खाली पड़ी सीटें भरने की मांग की है।
इनपुट- IANS